Bihar Badlav yatra - प्रशांत किशोर ने लोगों से मंगल पांडेय का ऐसे कराया परिचय , कहा - जब कोरोना काल में लोग पैदल लौट रहे थे, तब यही थे स्वास्थ्य मंत्री
Bihar Badlav yatra - PK ने सारण में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर किया बड़ा हमला, बोले - कौन हैं मंगल पांडेय, लोगों को याद रखना चाहिए कि जब कोरोना काल में लोग पैदल चल कर बिहार लौट रहे थे तो यही स्वास्थ्य मंत्री थे

Chhapra - जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में सम्पूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से शुरू की गई 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत आज सारण जिले के एकमा विधानसभा में दो जनसभाओं को संबोधित किया। उनकी पहली जनसभा लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार खेल मैदान में तथा दूसरी जनसभा करनपुरा, अमदाधी के लच्छू बरम बाबा मैदान में आयोजित की गई।जनसभा को संबोधित करने से पहले प्रशांत किशोर ने गोपालेश्वर नाथ धाम जाकर पूजा-अर्चना की। जहां एकमा की जनता ने प्रशांत किशोर को लड्डू से तौला।
प्रशांत किशोर ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम मंगल पांडे को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर नहीं जानते क्योंकि जब कोविड के समय में बिहार के लाखों लोग पैदल अपने घर आए थे तब मंगल पांडे ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री थे। इसलिए बिहार की जनता और खासकर युवाओं को याद रखना चाहिए कि जब कोविड महामारी के दौरान आम जनता मुसीबत में थी तब मंगल पांडे ही बिहार के स्वास्थ्य मंत्री थे।
किसानों को नहीं मिल रही फसल की कीमत
इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि अब जब चुनाव है तो उन्हें किसानों की चिंता हो रही है। उनकी सरकार 20 साल से सत्ता में है लेकिन आज भी किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है।
इस बार वोट लालू, नीतीश, मोदी के लिए नहीं, इस बार वोट बिहार में जनता का राज स्थापित करने के लिए देना है, इस बार वोट अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए देना है>
अधिकारियों से जनता परेशान
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनाने से लेकर जमीन की रसीद कटाने तक के लिए रिश्वत ले रहे हैं, जिससे आम लोग परेशान हैं। उन्होंने एकमा की जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें। अगली बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें। बिहार में व्यवस्था परिवर्तन कर जनता का राज स्थापित करने के लिए नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें। अगली बार वोट लालू, नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दीजिएगा। अगली बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें।