Bihar Election 2025 : सारण में आचार संहिता उल्लंघन मामले में दो शिक्षकों पर गिरी गाज, FIR दर्ज करने के साथ किये गए सस्पेंड
CHAPRA : विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में सारण जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम में, जिला प्रशासन ने प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के आरोप में दो और शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करने के साथ ही उन्हें निलंबित कर दिया है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी सरकारी कर्मचारी द्वारा राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दो शिक्षकों पर गिरी गाज
जिन दो शिक्षकों पर हाल ही में कार्रवाई की गई है, उनमें मशरक प्रखंड के शिक्षक कुमार प्रमोद और दिघवारा प्रखंड के शिक्षक डॉ. जफर हुसैन शामिल हैं। दोनों शिक्षकों पर यह आरोप है कि वे चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी के पक्ष में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे थे, जो कि सरकारी कर्मचारियों के लिए निर्धारित आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, सरकारी सेवक किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं कर सकते हैं।
प्राथमिकी दर्ज और निलंबन
आचार संहिता उल्लंघन की पुष्टि होने के बाद, दोनों शिक्षकों के विरुद्ध तुरंत प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का आदेश दिया गया है। एफआईआर दर्ज होने के साथ ही, जिला शिक्षा विभाग ने दोनों शिक्षकों को निलंबित करने की कार्रवाई भी की है। यह कार्रवाई निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए की गई है, ताकि चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।
पहले भी 7 शिक्षकों पर हो चुकी है कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब सारण (छपरा) जिले में शिक्षकों पर आचार संहिता उल्लंघन के मामले में कार्रवाई हुई है। ताजा कार्रवाई से पहले, जिला प्रशासन 7 अन्य शिक्षकों पर भी इसी तरह के आरोप में कार्रवाई कर चुका है। नौ शिक्षकों पर हुई यह संयुक्त कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन चुनाव को निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है और लगातार निगरानी बनाए हुए है।
कर्मचारियों में हड़कंप और सख्ती का संदेश
लगातार हो रही इस तरह की कार्रवाई से चुनावी ड्यूटी में लगे और अन्य सरकारी कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन की इस सख्ती से यह स्पष्ट संदेश गया है कि किसी भी कर्मचारी को चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी अब यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी सरकारी कर्मी आचार संहिता का सख्ती से पालन करें और खुद को राजनीतिक गतिविधियों से दूर रखें।
छपरा से शशि की रिपोर्ट