Patna :- शनिवार की सुबह पटना जिले के खिरिमोड थाना क्षेत्र में तीन अलग अलग जगहो पर माओवादी पार्टी ने पर्चा चिपकाकर अपने ही पार्टी के एक कार्यकर्ता पर भ्र्ष्टाचार में संलिप्त होने तथा पुलिस मुखबीर होने का आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्कासित किये जाने की जानकारी दिया है।
अपने संगठन के कार्यकर्ता को कराया गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार माओवादी संगठन की ओर से पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल के खिडीमोड थाने क्षेत्र के गौसगंज, निरखपुर और निरखपुर बिगहा गांव पर पर्चा चिपकाया गया है। पर्चे पर उतरी एरिया कमांडर के हवाले से माओवादी पार्टी ने जानकारी देते हुए लिखा है कि खिडीमोड थाना क्षेत्र के निरखपुर गांव निवासी सतीश महतो बिगत कई वर्षों से माओवादी पार्टी से जुड़ा था। इस दौरान उन्होंने पुलिस का मुखबीर बनकर अपने ही पार्टी के कार्यकर्ता धर्मवीर उर्फ बादल को गिरफ्तार करवाने का प्रयास किया था।
रालोसपा नेता की हत्या में था शामिल
उसके बाद वह मेरा गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता सह रालोसपा नेता अमित कुमार उर्फ टूटू की हत्या करने में मेरा गांव निवासी अनिल शर्मा को साथ दिया था। साथ ही पार्टी की आड़ में चोर लुटेरे तथा सामंती गुंडों से साठ गांठ कर हत्या, लूट पाट व चोरी के साथ साथ अवैध रूप से जमीनों पर कब्जा करवा रहा था।
ब्राउन शुगर की तस्करी से जुड़ा
इतना ही नहीं सतीश अपना भतीजा गुड्डू कुमार के द्वारा ब्राउन शुगर जैसा नशीला पदार्थ का धंधा करवाकर युवाओं का भविष्य और जिंदगी बर्बाद कर रहा था। जिसे देखते हुए सतीश महतो को पार्टी से निष्काषित किया गया है।
समर्पण करने की दी चेतावनी
पार्टी की ओर से सतीश महतो को सख्त चेतावनी देते हुए लिखा कि इन गति विधियों से दूर होकर अपने आपको पार्टी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दे अन्यथा किसी भी तरह की कड़ी कार्यवाई करने के लिए पार्टी बाध्य हो जाएगी।
पर्चे की तहकीकात में जुटी पुलिस
इन तीनों गांव में चिपकाए गए पर्चाओ को शनिवार की सुबह कई ग्रामीणों ने देखा। उसके बाद इलाके में चर्चा शुरू हो गयी। वही जानकारी पाकर मौके पर पहुंची खिडीमोड थाने और पियरपुरा थाने की पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है। वहीं पालीगंज डीएसपी प्रीतम कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। वहीं इस पर्चे की चर्चा काफी हो रही है। इसकी सत्यता कितनी सही है जांच के बाद ही कुछ सामने आ पाएगा।
वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो अब भी माओवादी पार्टी इस क्षेत्र में सक्रिय है। अब यह पर्ची फर्जी है या असली है इसकी जांच के बाद ही कुछ पता चल जाएगा? हो सकता है किसी ने शरारत भी किया हो या क्योंकि अब भी माओवादी पार्टी की सक्रियता है यह संदेह है।
Reported by -Amlesh kumar Patna