Bihar News: बिहार के इंटर टॉपर घोटाले के मास्टरमाइंड बच्चा राय एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जब्त की गई अपनी 24 डिसमिल जमीन पर कब्जा कर लिया है। यही नहीं उसने इस जमीन पर खेती भी शुरू कर दी है। वहीं जब मामला सामने आया तो सीओ ने गलती हो जाने की बात स्वीकारी है।
सीओ से करवाया दाखिल-खारिज
दरअसल, यह मामला चेहराकला प्रखंड में सामने आया है। ईडी ने 2017 में बच्चा राय की इस जमीन को जब्त किया था और इसकी जानकारी जिला प्रशासन और सीओ को भी दी गई थी। हालांकि, दाखिल-खारिज होने से पहले ही बच्चा राय ने इस जमीन पर अपना कब्जा जमा लिया और सीओ से गलत तरीके से दाखिल-खारिज करवा लिया।
क्या है पूरा मामला?
2016 में बच्चा राय के इंटर टॉपर घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद ईडी ने उसकी कई संपत्तियों को जब्त किया था। इनमें चेहराकला प्रखंड की 24 डिसमिल जमीन भी शामिल थी। हालांकि, इस जमीन का दाखिल-खारिज नहीं हो पाया था। वहीं जब मामला थोड़ा शांत हुआ तो बच्चा राय ने इस जमीन को अपने नाम कराने की कोशिश शुरू कर दी।
सीओ से कराई दाखिल-खारिज
उसने कई सीओ से संपर्क किया, लेकिन सभी ने उसके आवेदन को खारिज कर दिया। आखिर में जब नए सीओ आए तो बच्चा राय के दबाव में आकर इस जमीन का दाखिल-खारिज कर दिया। इस तरह बच्चा राय ने ईडी की नजरों से बचते हुए अपनी जब्त संपत्ति पर फिर से कब्जा जमा लिया।
ईडी की कार्रवाई
ईडी ने बच्चा राय की कई संपत्तियों को जब्त किया था, जिनमें से 57 संपत्तियों की सूची संबंधित सीओ को भेजी गई थी। हालांकि, कुछ सीओ ने लापरवाही बरती और बच्चा राय को अपनी संपत्ति पर कब्जा करने का मौका दे दिया।
क्या कहते हैं अधिकारी?
इस मामले में संबंधित सीओ ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उनसे गलती हो गई। उन्होंने कहा कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच अभी जारी है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और ईडी की जब्त संपत्ति को वापस लिया जाएगा।