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Bihar Crime News: 'इश्तेयाक सर गंदे हैं, बैड टच करते हैं' छात्राओं के आरोप पर भड़के अभिभावकों ने किया हंगामा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Bihar Crime News:  'इश्तेयाक सर गंदे हैं, बैड टच करते हैं' छात्राओं के आरोप पर भड़के अभिभावकों ने किया हंगामा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Bihar Crime News: एक सरकारी स्कूल के  शिक्षक पर छह छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं.इन छात्राओं ने बताया कि शिक्षक इश्तेयाक ने उन्हें पढ़ाने के दौरान जगह जगह छूते हैं.  छात्राओं ने शिक्षक इश्तेयाक पर “बैड टच” का आरोप लगया . यह मामला तब सामने आया जब छात्राओं ने दशहरे की छुट्टी के बाद अपनी माता-पिता से स्कूल जाने से इंकार कर दिया. मामला रोहतास के तिलैथू थाना क्षेत्र थाना क्षेत्र के मीडिल स्कूल सिनौरा का है. छात्राओं ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत स्कूल के प्रधानाध्यापक सुनील सोनी से की तो उन्होंने ने डांट कर भगा दिया , इसके बाद बच्चियों ने स्कूल जाने से इंकार कर दिया. घृणित घटना की जानकारी मिलते हीं परिजन बिफर पड़े.

अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा शुरु किया तो प्रधानाध्यापक ने पुलिस को बुलाया. अभिभावकों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर शिक्षक इश्तेयाक को गिरफ्तार कर लिया.

तिलैथू थाना क्षेत्र में कक्षा 2 और 3 की छात्राओं ने अपने शिक्षक पर बैड टच का आरोप लगाया है. यह मामला तब सामने आया जब छात्राओं ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि शिक्षक ने उन्हें अनुचित तरीके से छुआ. इस गंभीर आरोप के बाद अभिभावकों के हंगामें के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की.शिक्षक के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने आवश्यक कदम उठाते हुए आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है

सबसे बड़ा सवाल है कि प्रधानाध्यापक को छात्राओं ने शिकायत की तो शिक्षक इश्तेयाक के खिलाफ उन्होंने एक्शन क्यों नहीं लिया. अभिभावकों के हंगामा के बाद आखिर प्रधानाध्यक को पुलिस को बुलाने की नौबत क्यों आई. आखिर तिलैथू मीडिल स्कूल के प्रधानाध्यक सुनील सोनी ने शिक्षक इश्तेयाक के खिलाफ पहले क्यों नहीं एक्शन लिया. वे मामले को क्यों दबाना चाहते थे. सबसे बड़ा सवाल है कि इश्तेयाक जैसे लोगों के कुकृत्य को आखिर सुनील सोनी जैसे प्रधानाध्याक दबा कर छात्राओं की सुरक्षा से खिलवाड़ क्यों करना चाहते हैं. शिक्षा प्रणाली में भी गंभीर सवाल उठाता है. ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिल सके.

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