PATNA - राजधानी में तेलंगाना से साइबर अपराध की घटना को अंजाम देने वाले सरगना सहित पांच शातिरों को पटना साइबर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया गया कि सोशल मीडिया पर बड़ी फाइनेंस कंपनियों के नाम पर आईडी बनाकर लोगों को लोन दिलाने का झांसा देते थे और फिर उनसे ऑनलाइन पैसे की डिमांड करते थे। गिरफ्तार साइबर ठगों के पास से पुलिस ने एक लैप टॉप,13 मोबाइल ,3 स्टंप,बजाज फाइनेंस एल टी डी मनी रिसिप्ट सहित अन्य सामान जब्त किया है। इन ठगों ने लगभग चार करोड़ की साइबर ठगी करने की बात कबूल की है।
फ्लैट से चला रहे थे धंधा
पांच साइबर ठगों को रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के आदर्श कॉलोनी में बने एक फ्लैट से गिरफ्तार किया गया है। साइबर पुलिस के अनुसार उनकी टीम लगातार ऐसे लोगों की निगरानी कर रही थी। इसी दौरान उनके यहां होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया गया। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें गिरोह के सरगना नालंद के कतरी सराय का रहनेवाला 26 वर्षीय राहुल कुमार, तेलंगाना के रहने वाले गुट्टा शिव कुमार,मारुति , वारला सुधाकर और पी विक्रम रंगा रेड्डी शामिल हैं। फिलहाल इस मामले में सरगना गोपाल कुमार उर्फ राहुल का एक अन्य साथी फरार बताया जा रहा है जिसकी तलाश में पुलिस लगी हुई है।
तीन महीने से थे सक्रिय, सैलरी पर कर रहे थे काम
मामले की जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार युवकों ने बताया कि उसे 3 महीने पहले सरगना गोपाल ने पटना बुलाया था और उसके बाद उन लोगों को प्रति महीना 15000 देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी में लगाया था। उन्होंने बताया कि बरामद लैपटॉप से कई जानकारियां पुलिस के हाथ लगी है। जिसमें लगभग इन ठगों ने अब तक 2000 लोगों को लोन देने के नाम पर लगभग चार करोड़ की ठगी की घटना को अंजाम देने की जानकारी मिली है।
बिहार में साइबर ठगी के तीन हॉट स्पॉट
साइबर डीएसपी ने बताया कि बिहार में साइबर अपराध के हॉटस्पॉट तीन जगह को चिन्हित किया गया है जिसमें नालंदा नवादा और पटना है। वही आम जनों से अपील करते हुए साइबर डीएसपी राघवेंद्र मणि त्रिपाठीने कहा कि किराए पर मकान या रूम देने से पहले लोगों की पूरी जानकारी मकान मालिकों को रखनी चाहिए साथ-साथ उनके गतिविधि पर भी ध्यान रखना चाहिए, एक फ्लैट में यदि 5 से 6 युवक रहते हैं तो उन सभी का आइडेंटी मकान मालिकों को रखना चाहिए साथ ही साइबर सेल द्वारा लगातार जागरूकता पर अमल करें।
पटना से अनिल की रिपोर्ट