Bihar News: नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा को शनिवार को लाइन क्लोज कर दिया गया। एसपी शुभम आर्य ने बताया कि डीआईजी के निर्देश के अनुसार यह कार्रवाई की गई है। फिलहाल, संजय कुमार सिन्हा को लाइन क्लोज किया गया है।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, कुछ महीने पहले सदर अस्पताल के पास वाहनों से वसूली का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में पुलिस जीप के साथ लोग अवैध वसूली करते दिख रहे थे। इसके बाद इस मामले की जांच शुरू की गई। शुरुआती जांच सदर डीएसपी द्वारा की गई, जिसमें महिला अवर निरीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
हालांकि मामला मीडिया की नजर में ठंडा पड़ गया था, लेकिन विभागीय जांच जारी रही। इस दौरान महिला दरोगा ने मुख्यालय में आवेदन दिया, जिससे मामले ने नया मोड़ ले लिया। जांच में यह सामने आया कि वीडियो में दिख रही जीप को एक निजी चालक चला रहा था। इसके बाद जांच की आंच नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा तक पहुंची।
जांच में फंसे नगर थानाध्यक्ष
जांच में नगर थानाध्यक्ष से भी जवाब मांगा गया। उन्होंने अपना स्पष्टीकरण दिया, लेकिन विभागीय जांच समिति को उनका जवाब संतोषजनक नहीं लगा। इसी वजह से उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटाकर लाइन क्लोज कर दिया गया।
पुलिस विभाग की तेज कार्रवाई
पुलिस एक अनुशासित फोर्स मानी जाती है, और ऐसे मामलों में कार्रवाई तुरंत होती है। महिला दरोगा, निजी चालक और वसूली के आरोपों की जांच ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी। नगर थानाध्यक्ष पर गाज गिरने के बाद अब यह देखना बाकी है कि आगे की जांच में और क्या खुलासे होते हैं।
पद हटने के बाद क्या होगा?
संजय कुमार सिन्हा को लाइन क्लोज करने के बाद उनके स्थान पर किसी नए अधिकारी की तैनाती जल्द होने की संभावना है। वहीं, मामले की पूरी जांच अभी भी जारी है, जिससे आने वाले दिनों में और बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
संदीप वर्मा की रिपोर्ट