Bihar Cyber Fraud: सेवानिवृत सरकारी कर्मचारी को साइबर ठगों ने शिकार बनया है । साइबर ठगों ने ट्रेजरी अधिकारी बना पीड़ित के खाते से 20 लाख 20 हजार रुपया उड़ाए। साइबर ठग रोज नये-नये पैतरों का इस्तेमाल कर आम लोगों के जमापूंजी पर डाका डाल रहे हैं। जिसका शिकार तारापुर थाना क्षेत्र के गांधीनगर निवासी सेवानिवृत सरकारी कर्मचारी जीवन कुमार मंडल बने । जिनको साइबर ठगों ने पहले पेंशन ऑन लाइन कराने के लिए ट्रेज़ीरी ऑफिस का गुप्त पेपर भेज कर विश्वास में लिया। जिसके रिटायर्ड कर्मी ठगों के बिछाये जाल में फंस गया और जैसे-जैसे वह मोबाइल पर प्राप्त होने वाले ओटीपी बताते चला गया और ठग उसके खाते से रूपये उड़ता चला गया। कुल 20 लाख 20 हजार रूपये उसके खाते से ठगों ने उड़ा लिया ।
पीड़ित ने साइबर थाना में आवेदन देकर साइबर ठगों पर कार्रवाई करने और ठगी किये गये रूपये को वापस दिलाने का गुहार लगाया है। साइबर थाना में दिये आवेदन में जीवन कुमार मंडल ने बताया कि वह सरकारी सेवा से सेवानिवृत है।। जिसके बाद वह एसडीओ कार्यालय तारापुर में ही दैनिक पर काम कर रहे है. 22 नवंबर को अनुमंडल सहायक पदाधिकारी द्वारा सूचना दिया गया कि दो दिन से बीडीओ तारापुर के मोबाइल पर फोन आ रहा है कि ट्रेजड़ी ऑफिस मुझसे बात करना चाहता है. मेरा मोबाइल घर पर रहता है ।इसलिए मैं ऑफिस से जब घर आया तो मेरे मोबाइल पर एक कॉल आया. कॉल करने वाले ने कहा कि मुंगेर ट्रेजड़ी से बोल रहा हूं. आपका पेंशन ऑन लाइन करना है।
जिसके लिए मुंगेर ट्रेजड़ी से विभागीय गुप्त पेपर मेरे व्हाटसअप पर भेज कर मुझे विश्वास दिलाया कि मेरा काम सही में हो रहा है. इसलिए मैने पदाधिकारी के कहने और व्हाटसएप पर गुप्त पेपर आने से मैंने विश्वास किया. उसके कहने पर मैं एसबीआई बैंक जाकर योनो एप चालू करवाया । जिसके बाद कॉल करने वाले मुझसे ओटीपी मांग कर साइबर ठगों ने मेरे खाते से 20 लाख 20 रूपये उड़ा लिया ।
साइबर थानाध्यक्ष सह यातायात डीएसपी प्रभात रंजन ने बताया कि तारापुर के एक रिटायर्ड कर्मी ने 20 लाख रूपया साइबर ठगी का आवेदन दिया है । साइबर ठगों ने ट्रेजड़ी मुंगेर का नाम बताकर उसके व्हाटसएप पर ट्रेजड़ी का गुप्त पेपर भेज कर उसे विश्वास में लिया।। जिसके बाद एसबीआई योनो एप चालू करवाया । जिसके बाद उससे ओटीपी लेकर उसके खाते से राशि दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिया ।हालांकि एनसीसीआरपी पर शिकायत होते ही साइबर ठग के खाते को होल्ड करवाया गया । जिसमें उस समय 6 लाख रूपया था । प्राथमिकी दर्जकर पुलिस अनुसंधान कर रही है ।
रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान