Owner Killing In Nawada: बिहार के नवादा से ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। जहां बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज पिता ने उसकी हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि पिता ने ही बेटी की हत्या की साजिश रची थी। जिसके बाद बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह कर रहा था। पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया है।
पिता ने कराई बेटी की हत्या
बताया जा रहा है कि घटना के बाद नवादा के एसपी अभिनव धीमान के द्वारा पूरे मामले में एक टीम गठन किया गया और फिर हत्या का एक बड़ा खुलासा किया गया है। लड़की की गोली मारकर हत्या के मामले में पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की अनुसंधान में पुलिस को अहम सबूत मिला था और फिर एसपी के आदेश पर मृतका के पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शक के आधार पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
जानकारी अनुसार मनोज यादव ने अपनी पुत्री की हत्या करने के मामले में नवादा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। बताया गया है कि मृतका के पिता ने पुलिस के सामने यह कबूल किया कि उसने ही अपनी बेटी की हत्या की है। पुलिस सूत्रों की मानें तो हत्या के दिन से ही पुलिस को पिता पर शक हो रहा था। बेगूसराय के बछवाड़ा में जब लड़की के पिता अपने वाहन का जमानत कराने पहुंचे तब पुलिस ने शंका के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया। लड़की के पिता ने स्वीकार किया कि मेरी पुत्री की पढ़ाई के दौरान एक लड़के के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसके बाद हम सपरिवार कहीं अन्यत्र जगह में अपनी पुत्री का शादी के लिए बात किए। बावजूद मेरी पुत्री शादी करने को तैयार नहीं थी। अपनी बदनामी से बचने के लिए इस योजना के तहत पुत्री की हत्या की।
कॉलेज में नामांकन कराने के बहाने मारी गोली
बता दें कि नवादा जिले की शाहपुर के पास शाहपुर क्षेत्र में 28 अक्टूबर को आरती की हत्या कर दी गई थी। बेगूसराय के बछवाड़ा निवासी ब्रह्मचारी मनोज कुमार पुत्री आरती के साथ डीएलएड में नामांकन कराने को लेकर कोडरमा गया था। लौटने के दौरान पार्वती पहाड़ के समीप छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तब मृतका के पिता द्वारा ये कहा गया कि अज्ञात लोगों के द्वारा वाहन पर फायरिंग की गई थी। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। तब मनोज ने बताया था कि दो युवकों ने हत्या की है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य स्रोतों से मनोज के बयान का सत्यापन किया लेकिन उक्त मामले में पुलिस बयान और घटना का मिलान नहीं कर सकी। जिसके बाद उसे लड़की के पिता पर ही शक हो गया था। हालांकि घटना के दिन भी मनोज यादव के क्रियाकलाप से शक उत्पन्न हो रहा था।
पुलिस ने किया खुलासा
हत्या के करीब 10 घंटे बाद तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर सदर अस्पताल तक डॉक्टर, पुलिस, एफएसल सब ने लाश देखी। तब शुरुआती दौर में बताया गया कि हार्ट अटैक हो गया है। यह तब तक चलता रहा जब तक कि पोस्टमार्टम में गोली निकाली गई और फिर इस मामले में एसपी अभिनव धीमान की एंट्री हुई और बारीकी से जांच करने के आदेश किया गया तो पूरे मामला का खुलासा भी कर दिया गया है नवादा पुलिस को हत्या के मामले में एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।