Bihar Sitamarhi Crime: बिहार के सीतामढ़ी जिले के सिरसिया गांव में एक विवाहिता और उसकी 6 माह की बेटी की संदेहास्पद मौत का मामला सामने आया है। बेला थाना पुलिस ने श्मशान घाट से अधजले शव बरामद किए, जिन्हें गुपचुप तरीके से जलाने की कोशिश की जा रही थी। यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।
मृतका और उसकी पुत्री की पहचान
मृतका की उम्र 22 साल है, जिसका नाम गीतांजलि कुमारी है. उसकी बेटी महज 6 माह की थी, जिसका नाम गीतांशली कुमारी था. मृतका का ससुराल और मायका दोनों सिरसिया गांव में ही हैं।
घटना का खुलासा
पुलिस को सूचना मिली कि दोनों शवों को गुपचुप तरीके से जलाया जा रहा है। पुलिस ने श्मशान घाट पर पहुंचकर अधजले शव बरामद किए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेजा गया।
ससुराल वालों की संदिग्ध हरकत
ससुराल पक्ष ने आनन-फानन में शव जलाकर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की। पुलिस के पहुंचने पर ससुराल वाले और ग्रामीण मौके से फरार हो गए। पुलिस मामले की हत्या या अन्य कारणों से हुई मौत की जांच कर रही है। ससुराल पक्ष फरार है, पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
मुखिया की भूमिका
मुखिया ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। इस मामले में मुखिया की भूमिका की भी जांच की जा रही है। मृतका के माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका है। मृतका का एक भाई अहमदाबाद में रहता है। पुलिस पीड़ित पक्ष से आवेदन का इंतजार कर रही है।
पुलिस का बयान
थानाध्यक्ष कुमार प्रभाकर ने कहा कि "मामला हत्या का है या कुछ और, यह अनुसंधान का विषय है। शवों को छुपाने की कोशिश की गई थी। पीड़ित पक्ष से शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।" मामले की पारदर्शी जांच जरूरी है ताकि दोषियों को सजा मिल सके। शवों को जलाने की कोशिश से हत्या के संकेत मिलते हैं। विवाहिता और उसकी पुत्री की मौत पारिवारिक हिंसा या दहेज उत्पीड़न से जुड़ी हो सकती है। ग्रामीण समुदाय में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठता है।
पुलिस की कार्रवाई
मुखिया और ससुराल पक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। घटना के कारणों की निष्पक्ष जांच के लिए फॉरेंसिक रिपोर्ट महत्वपूर्ण होगी।