MUNGER : मुंगेर में पिछले चार दिनों से लापता युवक का शव पहाड़ की तराई में स्थित बरसाती नदी में बोरा में बंद मिला। बताया जा रहा है की प्रेम विवाह को लेकर युवक के ससुराल वालों ने घटना को अंजाम दिया है। इस मामले में पत्नी सहित छः नामजद अभियुक्तों में से एक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसी आरोपी के निशानदेही पर शव को बरामद किया गया है। पूरा मामला लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित पहाड़ की तराई में बसा खोप्पावर गांव का है। जहां के निवासी मेदनी कौड़ा के 26 वर्षीय पुत्र संतोष कौड़ा का प्रेम प्रसंग काफी दिनों से गांव के ही सुरेन कौड़ा की बेटी रानी डी कुमारी से चल रहा था । जिसके बाद दोनों प्रेमी प्रेमिका ने साथ में जीने मरने की कसम खाते हुए 20 अक्टूबर 2024 को घर से भाग मंदिर और गाजियाबाद जा कोर्ट मैरेज कर लिया। उसके बाद वही रहने लगा। क्यों कि इस प्रेम विवाह का विरोध रानी के परिवार वाले कर रहे थे।
लेकिन जब रानी के परिवार वालों ने दोनों को इस बात का दिलासा दिलाया की इस शादी से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। तो एक माह पूर्व दोनो अपने गांव खोप्पवार पहुंचे। इसी बीच जनवरी को मृतक संतोष साढ़े पांच बजे घर से निकला तब से वो घर वापस नहीं आया। जिसके बाद काफी खोजबीन हुआ पर वो कहीं नहीं मिला। जिसके बाद इस बात का पता चला की संतोष के चचेरा साला उदय कौड़ा और पिंटू कौड़ा उसे बुलाकर ले गया। जिसके बाद संतोष की मां ललिता देवी ने लड़ैयाटांड़ थाना में संतोष की गर्भवती पत्नी सहित छः को नामजद अभियुक्त बनाया। और पुलिस लगातार दो दिनों से एसटीएफ की मदद से जंगली क्षेत्र सहित भी अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की, लेकिन संतोष का कहीं पता नहीं चला।
पुलिस के द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए काम करते हुए टिंकू कौड़ा को गिरफ्तार किया तो उसने सारा सच पुलिस को बता दिया की उन लोगों ने संतोष की हत्या कर पहाड़ी के नीचे बोरा में बंद कर फेंक दिया। उसके बाद पुलिस ने उसके निशानदेही पर शव को बरामद किया। परिजनों ने बताया कि संतोष का प्रेम विवाह ही संतोष के हत्या का कारण बना। इस मामले में सदर एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए इस मामले का खुलासा हुआ जिसमे सालों ने ही मिल कर जीजा की हत्या की वारदाता को अंजाम दिया । इस मामले नामजद छः अभियुक्तों में से एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मुंगेर से इम्तियाज़ की रिपोर्ट