N4N DESK - 70TH BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर लगातार चर्चा में हैं। फिर चाहे जिला प्रशासन के साथ हुई उनकी बहस हो या उनका हाईटेक वैनिटी वैन। अब इन सबके बीच प्रशांत किशोर के करीबियों पर ईओयू ने कार्रवाई शुरू कर दी है। शनिवार को जनसुराज के संस्थापकों में शामिल और पीके के करीबी के ठिकाने पर ईओयू की टीम ने छापेमारी की है। यह छापेमारी मोतिहारी जिले में की गई है।
जानकारी के अनुसार जनसुराज से जुड़े जिस शख्स के ठिकाने पर छापेमारी हुई है, उनका नीरज कुमार सिंह बताया गया है। नीरज मोतिहारी के पतौरा में रहते हैं और जिले के बड़े जमीन कारोबारी हैं। साथ ही इनका ईंट भट्ठा भी है। आज आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में जब ईओयू की टीम उनके ठिकाने पर छापेमारी के लिए पहुंची तो प्रशांत किशोर के साथ उनकी तस्वीर भी वायरल होने लगी।
शिवहर विधानसभा सीट से संभावित प्रत्याशी
जानकारी के अनुसार नीरज कुमार सिंह प्रशांत किशोर के करीबी लोगों में शामिल हैं। ऐसी चर्चा भी शिवहर विधानसभा से उन्हें जनसुराज का टिकट भी मिलनेवाला है। हालांकि छापेमारी को लेकर कोई भी बोलने के लिए तैयार नहीं है।
कैसे पहुंची ईओयू नीरज तक
नीरज के ठिकानों पर ईओयू की रेड के पीछे की कहानी आज बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के ठिकानों पर हुए छापेमारी से जुड़ी है। बताया गया कि विधु कुमार मोतिहारी जेल अधीक्षक भी रहे हैं, इसी दौरान उनकी पहचान नीरज कुमार सिंह से हुई थी। धीरे-धीरे नीरज तत्कालीन जेल अधीक्षक के करीबियों की लिस्ट में शामिल हो गये। इसके बाद जेल अधीक्षक पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगा तो जांच हुई। इसकी चपेट में नीरज कुमार सिंह भी आ गए। नीरज कुमार सिंह प्रशांत किशोर की पार्टी से जुड़ें हैं तो लोगों चर्चा करने लगे।
हालांकि आर्थिक अपराध इकाई की रेड में अब तक क्या क्या मिला है? इसकी जानकारी अब तक नहीं दी गई है। अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।