Motihari News: मोतिहारी में सहायक अभियंता पर गंभीर आरोप, दो डीईओ ने की सेवा वापसी की मांग, गोली की रफ्तार से गलत काम...

मोतिहारी डीईओ के पत्र में लिखा गया है कि तत्कालीन डीईओ द्वारा वर्ष 2023 में भी सहायक अभियंता की सेवा वापस करने की अनुसंशा की गई थी ।लेकिन सहायक अभियंता की सेवा वापस नही किया गया।जिसके कारण असैनिक कार्य का लक्ष्य पुट नही किया जा रहा ।

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गोली की रफ्तार से गलत काम- फोटो : Reporter

Motihari  News:  मोतिहारी में एक सहायक अभियंता पर सरकारी आदेशों का पालन न करने, कार्य में लापरवाही बरतने और अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में, दो अलग-अलग जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) ने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना को सहायक अभियंता हैदर अंसारी की सेवा वापस लेने के लिए पत्र लिखा है।

डीईओ ने अपने पत्र में बताया है कि सहायक अभियंता द्वारा स्कूलों में किए जाने वाले सरकारी कार्य समय पर पूरे नहीं किए जाते हैं और न ही अपने अधीनस्थों से करवाए जाते हैं। इसके अलावा, डीएम के आदेश के बाद भी स्कूलों में हो रहे असैनिक कार्यों का फाइल डीपीओ एसएसए के समक्ष प्रस्तुत नहीं की गई, जिससे कार्य बाधित रहा।

मोतिहारी डीईओ संजीव कुमार ने सहायक अभियंता हैदर अंसारी एसएसए की सेवा वापस करने के लिए बिहार शिक्षा परिषद पटना को पत्र लिखा है।डीईओ ने पत्र में बताया है कि सहायक अभियंता द्वारा सरकार के आदेश पर स्कूलों में किये जा रहे कार्य न ससमय पूरा किया जाता है नही अपने अधिनस्थ्य अभियंताओ से पूरा कराया जाता है।सहायक अभियंता द्वारा डीएम  के आदेश के बाद भी स्कूल में हो रहे असैनिक कार्यो का फाइल डीपीओ एसएसए के समक्ष उपस्थापित नही करने के कारण कार्य बाधित रहा।कार्य मे लापरवाही को लेकर सहायक अभियंता से कई बार स्पष्टीकरण की मांग किया गया।लेकिन सहायक अभियंता तो कोई जबाब नही दिया गया।सहायक अभियंता पर कर्तव्यहीनता,कार्य मे लापरवाही,व अधिकारियों के आदेश की अवहेलना सहित आरोप लगाकर सहायक अभियंता की सेवा वापस करने की अनुशंसा डीईओ द्वारा किया गया है।

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यह पहली बार नहीं है जब इस सहायक अभियंता के खिलाफ ऐसे आरोप लगे हैं। वर्ष 2023 में भी तत्कालीन डीईओ ने इसी सहायक अभियंता की सेवा वापसी की अनुशंसा की थी। लेकिन, इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके कारण शिक्षा विभाग में कार्य प्रभावित हुआ है।सहायक अभियंता पर लगे गंभीर आरोपों के मद्देनजर, शिक्षा विभाग से इस मामले में पारदर्शिता और जवाबदेही की उम्मीद की जाती है।

रिपोर्ट- हिमांशु कुमार