बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

Threat from STF : मंत्री जी को अपने ही पुलिस बल एसटीएफ से जान का खतरा ! ट्विटर पर पोस्ट कर बताई पीड़ा

मंत्री जी को अपनी ही पुलिस के विशेष कार्य बल यानी एसटीएफ से जान का खतरा सता रहा है. इसे लेकर उन्होंने अपने डर को सोशल मीडिया पर बयां किया है. अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार एसटीएफ होगा.

Aashish Patel
Aashish Patel- फोटो : news4nation

Threat from STF : तकनीकी शिक्षा विभाग में व्याख्याताओं की पदोन्नति में अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रहे मंत्री आशीष पटेल ने बुधवार को पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) से अपनी जान को खतरा होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर "सामाजिक न्याय" के लिए उनकी लड़ाई के दौरान कोई साजिश या घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह एसटीएफ की होगी। 


उत्तर प्रदेश में यह विवाद तब शुरू हुआ जब समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाली सिराथू की विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने तकनीकी शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्षों की नियुक्तियों में अनियमितताओं का आरोप लगाया। 


उन्होंने अधिकारियों पर नियुक्तियों को आसान बनाने के लिए मौजूदा सेवा नियमों को दरकिनार कर पुराने नियमों को लागू करने का आरोप लगाया और इसे घोटाला करार दिया। पल्लवी पटेल ने इस मुद्दे पर विधानसभा में विरोध प्रदर्शन भी किया। इस बीच, आशीष पटेल ने सवाल उठाया कि अकेले उन्हें ही क्यों दोषी ठहराया जा रहा है, उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप एक बड़ी साजिश का संकेत देते हैं। 

ट्विटर पर लिखा

मंगलवार शाम को 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए एक विस्तृत संदेश में पटेल ने कहा,  त्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी एवं तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा श्री एम० देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है । 

उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक श्री शिशिर सिंह को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बन्द कराना चाहिए I यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए I


मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूँ कि माननीय मुख्यमंत्री जी यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ औए फरेब के जरिए किये जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं I

इतना ही नहीं मैं तो यहां तक कहता हूं कि लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री माननीय अनुप्रिया पटेल जी के सांसद-विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए ।

पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है । वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी । पोस्ट के साथ संलग्न पदोन्नति की वर्गवार सूची  देंखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा । ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली । हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे । 


मैंने पहले भी कहा है कि लौहपुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं बल्कि लड़ने वालों में से है ।

अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/ दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फ़ोर्स की होगी ।

Editor's Picks