Bihar Crime: दरभंगा में 'आबरू लूटने का विरोध करने पर हमला, इंसाफ मांगने निकली तो टूटी 'हड्डियाँ' , दबंगों की दरिंदगी में पति मौत से जूझ रहा, पत्नी को मिली धमकी
Bihar Crime: क्या दरभंगा में अब इंसाफ मांगने की सज़ा, लात, डंडा और मौत की धमकी है?क्या इज़्ज़त पर हमला अब भी केवल 'मामले की जांच' में उलझा रहेगा,जब तक एक और लाश बिछ न जाए...?

Bihar Crime:दरभंगा ज़िले के बिरौल थाना क्षेत्र के ठीका गांव से एक झकझोर देने वाली शर्मनाक वारदात सामने आई है, जहां एक महिला की आबरू लूटने की कोशिश करने के बाद दबंगों ने शिकायत करने पर पीड़ित परिवार को बेरहमी से पीट डाला। महिला का पति अस्पताल में ज़िंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है, जबकि आरोपी खुलेआम धमकियां दे रहे हैं कि सुलह कर लो, वरना बेटा बलात्कार केस में फंस जाएगा!
घटना 23 जुलाई की रात 10 बजे की है। श्याम राय की पत्नी रेखा देवी शौच के लिए घर से बाहर निकली थी। तभी गांव का दबंग ललित राय, उसकी नीयत बिगाड़ कर पीछे-पीछे निकल पड़ा। सुनसान जगह में उसने रेखा को दबोच लिया और जमीन पर गिराकर दुष्कर्म की कोशिश करने लगा। रेखा की चीखें गांव की नींद तोड़ने लगीं, लोग जुटने लगे और आरोपी मौके से भाग निकला। लेकिन यहीं पर कहानी ख़त्म नहीं हुई , शुरू हुआ आतंक का अगला दौर।
अगले दिन, 24 जुलाई को जब श्याम राय अपनी पत्नी के साथ थाने शिकायत करने निकले, तभी रास्ते में घात लगाए बैठे ललित राय, रोहित राय, शंकर राय, रवि राय, मनोज राय, बुचिया देवी, खुशबू देवी समेत 10 से अधिक लोगों ने उनपर हमला बोल दिया। लोहे की रॉड, डंडे, खंती से जानलेवा हमला किया गया।
श्याम राय लहूलुहान होकर ज़मीन पर गिर पड़ा।
जब रेखा देवी उसे बचाने गई, तो खुशबू और पुनीता देवी ने उस पर भी डंडों से वार किया, और इसी दौरान रेखा के घर में घुसकर तोड़फोड़ कर दी गई। बक्से में रखे 2 लाख से ज्यादा के ज़ेवरात लूट लिए गए।
ग्रामीणों की मदद से श्याम को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत नाजुक होने पर दरभंगा रेफर कर दिया गया। रेखा देवी का कहना है कि अब ये लोग धमकी दे रहे हैं कि समझौता कर लो, नहीं तो बेटे को झूठे बलात्कार केस में फंसा देंगे और अंजाम बहुत बुरा होगा।
इस मामले में बिरौल थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है। दोनों पक्षों से आवेदन मिला है, जो दोषी होंगे उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
बहरहाल सवाल ये है कि कि क्या दरभंगा में अब इंसाफ मांगने की सज़ा, लात, डंडा और मौत की धमकी है?क्या इज़्ज़त पर हमला अब भी केवल 'मामले की जांच' में उलझा रहेगा,जब तक एक और लाश बिछ न जाए...?
रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर