मिथिला विश्वविद्यालय बना दलालों का अड्डा, 200 से 2000 रुपये तक की हो रही अवैध वसूली, छात्रा ने की शिकायत

Darbhanga - ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (एलएनएमयू) में कन्या उत्थान योजना के तहत फॉर्म भरने की प्रक्रिया इन दिनों भ्रष्टाचार और अव्यवस्था का अड्डा बन चुकी है। परीक्षा विभाग के दफ्तर में जितने छात्र-छात्राएँ समस्या लेकर पहुँचते हैं, उतनी ही संख्या वहाँ सक्रिय दलालों और कर्मचारियों की है, जो खुलेआम पैसों की वसूली कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, दलालों द्वारा छात्रों से 200 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक की अवैध मांग की जा रही है। शुक्रवार को एक छात्रा ने विश्वविद्यालय के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी पर 200 रुपये लेकर भी काम नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया।
छात्रा का कहना है कि उसके रजिस्ट्रेशन में एक ही नंबर पर दो छात्राओं का नाम दर्ज हो गया था। सुधार के लिए जब वह परीक्षा विभाग के कार्यालय पहुँची, तो वहाँ मौजूद एक कर्मचारी ने पहले 200 रुपये लिए और कहा कि काम पूरा होने के बाद और पैसे देने होंगे। इसपर छात्रा सीधे परीक्षा नियंत्रक के पास पहुँच गई और लिखित शिकायत दर्ज कराई। चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी कर्मचारी ने भी 200 रुपये लेने की बात स्वीकार कर ली।
इस मामले पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने कहा— छात्र-छात्राओं का कहना है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ा कदम नहीं उठाया तो फॉर्म भरने से लेकर अन्य कार्यों तक दलालों की मनमानी जारी रहेगी।
रिपोर्ट - वरुण ठाकुर