Bihar News : अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे जन सुराज के प्रत्याशी और पूर्व डीजी आरके मिश्रा, जानिए बीजेपी पर क्या लगाया आरोप

Bihar News : अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे जन सुराज के प्रत्

DARBHANGA : पूर्व डीजी (DG) और जन सुराज पार्टी के वरिष्ठ नेता आरके मिश्रा, जो दरभंगा विधानसभा सीट से उम्मीदवार भी हैं, ने आज पार्टी कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए स्थानीय प्रशासन पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान हुई एक गंभीर घटना पर शिकायत दर्ज कराने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने अब तक कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं की है, जिसके विरोध में उन्होंने बड़े आंदोलन की घोषणा की है।

6 नवंबर की घटना: भाजपा समर्थकों पर बदसलूकी का आरोप

आरके मिश्रा ने प्रेस वार्ता में बताया कि लोकतंत्र के महापर्व के दौरान, यानी 6 नवंबर को, जब लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे थे, तभी हसन चौक पर भाजपा समर्थित असामाजिक तत्वों द्वारा उनके साथ बदसलूकी की गई। इस घटना को उन्होंने एक राजनीतिक चुनौती के साथ-साथ व्यक्तिगत अपमान भी बताया।

पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल

इस घटना के तुरंत बाद पूर्व डीजी आरके मिश्रा ने नगर थाना में इस संबंध में एक शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शिकायत के बावजूद पुलिस प्रशासन द्वारा अभी तक दोषियों के विरुद्ध कोई ठोस या निर्णायक कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने प्रशासन की इस निष्क्रियता को लोकतंत्र के प्रति उदासीनता बताया।

'मिथिला के आत्मसम्मान की लड़ाई'

आरके मिश्रा ने इस पूरे विवाद को केवल एक राजनीतिक लड़ाई तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने इसे 'मिथिला के आत्मसम्मान' और क्षेत्र में 'बाहरी गुंडागर्दी' के खिलाफ एक व्यापक संघर्ष बताया। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि वह अन्याय के सामने झुकने वाले नहीं हैं और इस लड़ाई को निर्णायक अंजाम तक ले जाया जाएगा।

कल से अनिश्चितकालीन धरना

प्रशासन की इस कथित निष्क्रियता और उदासीनता के विरोध में आरके मिश्रा ने एक बड़े कदम की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि वह कल, 11 नवंबर 2025 से, दरभंगा टॉवर चौक स्थित गांधी मूर्ति के पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। उन्होंने जन सुराज के सभी कार्यकर्ताओं और दरभंगा के नागरिकों से इस लोकतांत्रिक आंदोलन में बढ़-चढ़कर शामिल होने और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की भावुक अपील की है। 

दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट