Rahul Gandhi: बिहार दौरा के बीच राहुल गांधी का वीडियो वायरल, छात्र को मंच पर बुलाकर कह दी ऐसी बात जिसकी हर जगह हो रही चर्चा

Rahul Gandhi: बिहार के आंबेडकर छात्रावास में राहुल गांधी का छात्रों से सीधा संवाद और एक छात्र से “पापा-मामा से मेरी नमस्ते कहना” जैसी आत्मीय बात अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है.

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Rahul Gandhi- फोटो : social media

Rahul Gandhi: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का हालिया बिहार दौरा न केवल राजनीतिक बहस का केंद्र बना हुआ है, बल्कि इससे जुड़ा एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है. यह वीडियो सिर्फ एक राजनीतिक घटना नहीं, बल्कि एक जननेता और आम छात्र के बीच संवाद की एक मार्मिक झलक बन गया है.

राहुल गांधी का यह दौरा दरअसल दरभंगा जिले के मोगलपुरा स्थित आंबेडकर छात्रावास को लेकर था, जहाँ छात्रों से मिलने की उनकी योजना पर पुलिस प्रशासन ने रोक लगा दी थी. रोक के बावजूद राहुल गांधी पैदल ही छात्रावास पहुंचे, जहाँ उन्होंने छात्रों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना.

राहुल गांधी का  छात्र से संवाद

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि राहुल गांधी मंच पर खड़े होकर भीड़ में पूछते हैं – “आप में से कोई बोलना चाहता है?” और फिर स्वयं एक छात्र को मंच पर चढ़ने में मदद करते हैं. मंच पर राहुल गांधी छात्र से उसका नाम पूछते हैं और फिर सीधा सवाल करते हैं – “हॉस्टल की क्या हालत है?”

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छात्र का जवाब स्पष्ट और बेझिझक था – “बहुत खराब है सर. प्रशासन हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है, हॉस्टल खाली करवाता है.” इस पर राहुल गांधी चुपचाप सुनते हैं, बिना किसी राजनीतिक भाषण के बीच में हस्तक्षेप किए. जब छात्र ने कहा कि “सर, हमें आपसे बहुत उम्मीद है क्योंकि आप हमारे देश के अगले यशस्वी प्रधानमंत्री हैं,” तो राहुल ने सिर झुकाकर धन्यवाद कहा और अगला सवाल पूछा – “आप चाहते हैं कि मैं लोकसभा में आपके लिए कौन-सा मुद्दा उठाऊं?”

छात्र ने जवाब दिया – “दलितों के साथ हो रहा भेदभाव, घटते शिक्षा बजट, कल्याण विभाग की अनदेखी और नई शिक्षा नीति की डिजिटल खाई.” छात्र ने डिजिटल साक्षरता की कमी और डिजिटल इंडिया के भीतर ‘डिजिटल एक्सक्लूजन’ की वास्तविकता को सामने रखा.

प्राइवेटाइजेशन पर छात्र की सधी हुई राय

जब राहुल गांधी ने स्वास्थ्य और शिक्षा के प्राइवेटाइजेशन पर छात्र की राय पूछी, तो छात्र ने जवाब में सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा – “प्राइवेटाइजेशन से एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग को बाहर किया जा रहा है. सरकारी संस्थानों का क्षरण हो रहा है.”

राहुल गांधी की आत्मीयता: “पापा-मामा से मेरी नमस्ते कहना”

सबसे भावुक क्षण तब आया जब संवाद के अंत में राहुल गांधी ने छात्र से कहा कि अपने भाई-बहन और पापा, मामा से मेरी नमस्ते कहना.” यह लाइन अब सोशल मीडिया पर भावनात्मक जुड़ाव और आत्मीय नेतृत्व की मिसाल के रूप में वायरल हो चुकी है. यह एक ऐसे नेता की छवि को पेश करता है जो केवल मंच से भाषण नहीं देता, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर जुड़ने की कोशिश करता है.