Bihar Teacher News: बिहार के करीब 6- शिक्षकों को पिछले 13 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। जिससे शिक्षकों में आक्रोश है। शिक्षक सीएम नीतीश से लेकर राज्यपाल तक से वेतन के लिए गुहाप लगा रहे हैं। वहीं कुछ शिक्षकों का कहना है कि अगर उनको अब वेतन नहीं मिला तो वो आंदोलन करेंगे। दरअसल, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग से नियुक्त करीब 60 शिक्षक 13 महीनों से बिना वेतन काम कर रहे हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हुई है और अब जीवनयापन भी कठिन हो गया है।
मुख्यमंत्री और राज्यपाल से गुहार
वेतन भुगतान के लिए विश्वविद्यालय के व्याकरण, ज्योतिष, दर्शन और हिंदी विभाग के शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। शिक्षकों का कहना है कि वे देशभर के विभिन्न हिस्सों से यहां सेवा देने आए हैं, लेकिन वेतन नहीं मिलने के कारण उन्हें कर्ज लेकर अपना जीवन चलाना पड़ रहा है।
कर्ज में डूबे शिक्षक
शिक्षकों का कहना है कि अप्रैल 2023 में योगदान देने के बाद से अब तक केवल पांच महीने का वेतन, वह भी त्योहारों के समय, मिला है। इस दौरान 19 महीने बीत चुके हैं। कर्ज का बोझ इतना बढ़ गया है कि अब उधारी राशन लेना भी मुश्किल हो गया है।
कुलसचिव का बयान
कुलसचिव ने बताया कि सरकार से अनुदान राशि नहीं मिलने के कारण शिक्षकों का वेतन भुगतान अटका हुआ है। वहीं, बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अंतर्गत एनेक्चर वन और टू के शिक्षकों को दिसंबर महीने का वेतन नहीं मिलने से निराशा है। हालांकि, नियोजित और सक्षमता पास कुछ शिक्षकों को वेतन का भुगतान कर दिया गया है।
तकनीकी खराबी की वजह से देरी
जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण दिसंबर के वेतन भुगतान में विलंब हो रहा है। उम्मीद है कि दो-तीन दिनों में यह समस्या हल हो जाएगी और भुगतान शुरू हो जाएगा।
वेतन के लिए चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी
दूसरी ओर नालंदा में संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षाकर्मियों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करने का ऐलान किया है। शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों का कहना है कि वे प्रतिमाह वेतन संरचना सुनिश्चित करने और परीक्षा परिणाम आधारित अनुदान के स्थान पर नियमित वेतन की मांग कर रहे हैं। राज्य के सभी विश्वविद्यालय मुख्यालयों पर 5 फरवरी को धरना और प्रदर्शन करेंगे। जिसके बाद 10-14 फरवरी तक पटना में धरना और प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। जबकि बजट सत्र के दौरान अनिश्चितकालीन धरना, प्रदर्शन और घेराव का भी शिक्षकों ने ऐलान किया है।
महासंघ का बयान
बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ (फैक्टनेब) के अध्यक्ष डॉ. शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा ने बताया कि पांच दिसंबर से चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान के तहत लगभग 50,000 हस्ताक्षरित कागजात महासंघ को सौंपे गए हैं। यह अभियान जनसहयोग से लगातार जारी है। वेतन के अभाव में शिक्षक और कर्मचारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो यह आंदोलन और तेज हो सकता है, जिससे शिक्षण संस्थानों के कार्यों पर भी असर