प्रेम विवाह की खौफनाक सजा: प्रेमिका ने फोन कर तालाब पर बुलाया, परिजनों ने रस्सी से बांधकर घसीटा और मार दी गोली; इलाज के दौरान मौत

Love murder -

प्रेम विवाह की खौफनाक सजा: प्रेमिका ने फोन कर तालाब पर बुलाय

Gayaji : बिहार के गया जिले में प्रेम विवाह (लव मैरिज) का एक खौफनाक अंजाम देखने को मिला है। जिले के कोंच थाना क्षेत्र में अपराधियों ने 18 वर्षीय युवक संजय कुमार की नृशंस हत्या कर दी। घटना ददरेजी बाजार से करीब एक किलोमीटर दूर बिजहार बधार के पास हुई। हमलावरों ने युवक को सुनियोजित तरीके से मौत के घाट उतारा। गंभीर रूप से घायल संजय को पहले कोंच सरकारी अस्पताल और फिर गया के मगध मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृतक टिकारी प्रखंड के काजीबीघा का रहने वाला था।

प्रेमिका के फोन पर मिलने पहुंचा था युवक

मृतक के बड़े भाई नवल कुमार ने वीडियो में बताया कि यह पूरी घटना एक गहरी साजिश का हिस्सा थी। संजय कुमार ने दो महीने पहले लव मैरिज की थी। घटना की सुबह लड़की (संजय की पत्नी) ने खुद फोन करके संजय को अकेले तालाब के पास बुलाया था। उसने कहा कि अपना मोबाइल लेकर वहां आ जाओ। संजय जैसे ही वहां पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे लड़की के परिजनों ने उसे घेर लिया।

रस्सी से हाथ-पैर बांधकर घसीटा, फिर मारी गोली

घटनास्थल का मंजर बेहद दर्दनाक था। भाई के मुताबिक, आरोपियों ने संजय के साथ जमकर मारपीट की। उसके हाथ और पैर रस्सी से बांध दिए गए थे। दरिंदगी की हद पार करते हुए हमलावरों ने उसे रस्सी से बांधकर बाइक या गाड़ी से घसीटा और फिर सिर और बांह में गोली मार दी। जब परिजन मौके पर पहुंचे, तो देखा कि संजय बुरी तरह जख्मी हालत में पड़ा था और रस्सियों से बंधा हुआ था।

ससुराल वालों की तरफ से मिल रही थी जान से मारने की धमकी

नवल कुमार ने बताया कि शादी के महज 10 दिन बाद ही लड़की के घरवाले (मां, भाई और जीजा) उसे वापस अपने घर ले गए थे। इसके बाद से ही वे लोग संजय और उसके परिवार को लगातार धमकियां दे रहे थे। आरोपियों ने धमकी दी थी कि साधुओं की तरह हत्या कर देंगे या जेल भिजवा देंगे। इस रंजिश में जोगिंदर यादव के दामाद, बेटे और अन्य लोगों का नाम सामने आ रहा है।

दुकान खाली करने का भी बनाया था दबाव

संजय और उसका भाई ददरेजी में बाइक सर्विसिंग की दुकान चलाते थे। नवल ने बताया कि लड़की के घरवालों ने दुकान पर गुंडे भेजकर धमकाया था और दुकान खाली करने का दबाव बनाया था। विवाद से बचने के लिए नवल ने दुकान छोड़ भी दी थी, लेकिन प्रतिशोध की आग में जल रहे लड़की के परिजनों ने 11 तारीख (काउंटिंग के दिन) को वापस आते ही इस खूनी खेल को अंजाम दे दिया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।