Bihar News: मुहर्रम के मौके पर महमूदाबाद में 'वक़्फ़ बिल' को लेकर रॉकी यादव के खिलाफ नारेबाजी, ग्रामीणों ने बताया धार्मिक अधिकार पर हमला

Bihar News: मुहर्रम के मौके पर महमूदाबाद में 'वक़्फ़ बिल' को

GAYA : मुहर्रम के दिन एक सियासी तपिश उस वक़्त पैदा हो गई, जब जदयू विधायक मनोरमा देवी के सुपुत्र और चर्चित चेहरा रॉकी यादव वहां पहुंचे। ताज़ियादारी के माहौल में अचानक सियासी बवंडर उस वक़्त उठा, जब गांव के तहरीकी नौजवानों ने रॉकी यादव के ख़िलाफ़ पुरज़ोर एहतिजाज किया। बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के नगर प्रखंड स्थित चाकंद बाज़ार के महमूदाबाद गांव में 7 जुलाई को रॉकी यहां पहुंचे थे।

ग़ुस्से से लबरेज़ लोगों ने 'काला क़ानून वापस लो', 'मज़हबी मलकियत पर दख़ल नहीं चलेगा', जैसे नारों से फिज़ा को सियासी रंग में रंग दिया। प्रदर्शनकारियों ने वाज़ेह किया कि उनका एहतिजाज किसी ज़मीनी तनाज़े पर नहीं, बल्कि वक़्फ़ संशोधन बिल को लेकर था, जिसे उन्होंने मुस्लिम अवाम के विरुद्ध एक 'साज़िश' करार दिया।

गांव के बुज़ुर्गों से लेकर तालीमी नौजवानों तक ने इस बात पर एकजुट नाराज़गी जताई कि जदयू ने जिस बिल का हिमायत किया है, वह महज़ एक क़ानूनी दस्तावेज़ नहीं, बल्कि दीनी और समाजी विरासतों पर सरकारी तसल्लुत की राह खोलता है। जब मीडिया ने विधायक मनोरमा देवी से इस बाबत जानना चाहा, तो उनके नुमाइंदों ने इसे ज़मीन से जुड़ा मामूली मामला बताया। मगर गांव के लोगों ने इस बयान को सिरे से खारिज करते हुए वीडियो सबूतों की बात की, जिनमें नौजवान साफ़ कह रहे हैं कि "हम अपने वक़्फ़ की हिफ़ाज़त करेंगे, चाहे जो हो।"

रॉकी यादव ने किसी भी सवाल का जवाब दिए बिना ख़ामोशी अख्तियार की और मोके से रवाना हो गए। शुक्र है कि पुलिस व इंतेज़ामिया की सतर्कता से अम्न व अमान बरकरार रहा।

रिपोर्ट- मनोज कुमार