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Tarari upchunav Result: तरारी उपचुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी को लगा करारा झटका, 5वें नंबर पर गए सिमट, जानें कितने मिले वोट

तरारी उपचुनाव में बीजेपी की जीत से एनडीए को बिहार में नया उत्साह मिला है। विशाल प्रशांत की जीत ने पार्टी को विधानसभा चुनाव से पहले एक सकारात्मक संकेत दिया है।

Tarari upchunav Result:  तरारी उपचुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी को लगा करारा झटका, 5वें नंबर पर गए सिमट, जानें कितने मिले वोट
तरारी उपचुनाव में लालू प्रसाद यादव को झटका!- फोटो : social media

Bhojpur Tarari upchunav Result: बिहार के भोजपुर जिले की तरारी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनडीए के उम्मीदवार और बीजेपी नेता विशाल प्रशांत ने शानदार जीत हासिल की। यह सीट पिछले नौ वर्षों से माले (भाकपा-माले) का गढ़ मानी जाती थी। विशाल प्रशांत ने माले के उम्मीदवार राजू यादव को 10,612 वोटों के बड़े अंतर से हराया।

मुख्य परिणाम

विजेता: विशाल प्रशांत (बीजेपी)

प्राप्त वोट: 78,755

दूसरे स्थान: राजू यादव (माले)

प्राप्त वोट: 68,143

तीसरे स्थान: किरण सिंह (जन सुराज पार्टी)

प्राप्त वोट: 5,622

निर्दलीय उम्मीदवार लालू प्रसाद यादव:

स्थान: पांचवां

प्राप्त वोट: 1,408

विशाल प्रशांत: नई उम्मीद

विशाल प्रशांत, पूर्व विधायक सुनील पांडेय के बेटे हैं। यह उनका पहला चुनाव था, जिसमें उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की। तरारी में मिली यह सफलता बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, खासकर 2024 के आम चुनाव और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए।

तरारी उपचुनाव: निर्दलीय लालू यादव की चर्चा

तरारी उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार लालू प्रसाद यादव भी मैदान में थे, जिन्होंने 1,408 वोट प्राप्त किए और पांचवें स्थान पर रहे।

लालू यादव का चुनावी इतिहास:

मूल रूप से छपरा जिले के मढौरा के निवासी हैं।

अब तक 26 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।

उन्हें अब तक कोई भी चुनाव जीतने का मौका नहीं मिला, लेकिन उनका कहना है कि वह सफलता मिलने तक चुनाव लड़ते रहेंगे।

उनके अनुसार, चुनाव लड़ना उनके लिए शौक नहीं बल्कि एक "मिशन" है।

बीजेपी की जीत के मायने

तरारी विधानसभा सीट पिछले नौ वर्षों से माले के कब्जे में थी। एनडीए द्वारा यह सीट जीतना राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह क्षेत्र वामपंथी दलों का गढ़ माना जाता था। यह जीत एनडीए के लिए आने वाले चुनावों में जन समर्थन का संकेत देती है। बिहार में विपक्षी गठबंधन "इंडिया" के लिए यह हार एक बड़ा झटका मानी जा रही है।


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