Bihar health department: आयुष्मान कार्ड, आभा आईडी, एम आशा ऐप और एनसीडी स्कैनिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में रुचि नहीं लेने पर सिविल सर्जन ने 40 स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। यह कार्रवाई 11 दिसंबर को डीएम रिची पांडेय की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग समीक्षा बैठक के बाद हुई। इनमें 10 प्रखंडों के बीसीएम, स्वास्थ्य प्रबंधक, 11 आशा फैसिलेटर और 9 आशा कार्यकर्ता शामिल हैं।
वेतन कटौती और सैलरी पर रोक
कार्य में लापरवाही के चलते निम्नलिखित प्रखंडों के कर्मियों के वेतन पर सख्त कार्रवाई की गई है:
प्रखंड: बेलसंड, सुप्पी, बाजपट्टी, बोखड़ा, चोरौत, नानपुर, रून्नीसैदपुर, रीगा, बथनाहा और परिहार।
सामुदायिक उत्प्रेरक के वेतन से 10% राशि की कटौती की गई है।
स्वास्थ्य प्रबंधकों के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है।
आशा फैसिलेटर्स पर 25% वेतन कटौती
आयुष्मान कार्ड और योजनाओं से लोगों को वंचित रखने के आरोप में 11 आशा फेसिलेटर्स के वेतन में 25% कटौती की गई है। इसमें शामिल नाम:
नानपुर प्रखंड: रेणु, मंजु, इंदु कुमारी।
डुमरा प्रखंड: रानी झा, नगीना देवी, सुधा वर्मा, रंजना भारती।
बाजपट्टी प्रखंड: अर्चना, बिंदु कुमारी।
पुपरी प्रखंड: इंदिरा देवी।
बैरगनीया प्रखंड: कंचन कुमारी।
आशा कार्यकर्ताओं पर निलंबन की कार्रवाई
गलत सूचना देने और आयुष्मान कार्ड के लाभ से वंचित करने के आरोप में 9 आशा कार्यकर्ताओं को निलंबित किया गया है।
निलंबित आशा कार्यकर्ता
पुपरी प्रखंड: कलीता झा, नीलम देवी, विभिता देवी, सीता देवी।
सुरसंड प्रखंड: नीलम कुमारी, रामशीला कुमारी।
नानपुर प्रखंड: कौशिक देवी, सर्वरी खातून, चंदन देवी।