N4N DESK - जमीन रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। फिर भी जमीन रजिस्ट्री में लगातार गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को गया डीएम के जनता दरबार में ऐसे कई मामले सामने आए। इस दौरान डीएम त्यागराजन ने साफ कर दिया है कि ऐसा फर्जीवाड़ा करनेवालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उन्हें जेल भेजा जाएगा।
फर्जी आधार के जरिए हो रहा रजिस्ट्रेशन
जनता दरबार में एक आवेदक ने बताया कि फर्जी आधार कार्ड बनाकर जमीन रजिस्ट्री करवाया जा रहा है, डीएम ने अंचलाधिकारी नगर को निर्देश दिया कि प्राप्त आवेदन को पूरी गहनता से जांच करें। गडबडी रहने पर प्राथमिकी दर्ज करें। जनता दरबार में कई व्यक्ति परिमार्जन के संबंध में आवेदन दिए जिस पर जिला पदाधिकारी ने संबंधित अंचलाधिकारी एवं राजस्व पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया कि परिमार्जन के लिए लंबित आवेदनों को तेजी से निष्पादन करें।
इस दौरान जनता दरबार में शुक्रवार को डीएम डा. त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय में आए लोगों की समस्याओं को सुना। शीघ्र ही जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जनता दरबार में कई व्यक्तियों ने भूमि विवाद, आपसी बंटवारा, अतिक्रमण आदि से संबंधित आवेदन दिए।में दोनों पक्षों के व्यक्तियों को बुलाकर संबधित मामलों को प्राथमिकता देते हुए निराकरण कराने का निर्देश दिए।
इस दौरान जमीन मालिकों को रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए इस दस्तावेजों को साथ रखने के लिए कहा है।
जमीन का मालिकाना हक: जमीन के मालिकाना हक का दस्तावेज़, जैसे कि जमीन का खतियान।
जमीन का नक्शा: जमीन का नक्शा, जिसमें जमीन की सीमाएं और उसके आसपास की जमीनों की जानकारी होती है।
जमीन खरीदने का समझौता: जमीन खरीदने का समझौता, जिसमें जमीन के खरीदार और विक्रेता के बीच की शर्तें और समझौते की जानकारी होती है।
पहचान पत्र: जमीन के खरीदार और विक्रेता के पहचान पत्र, जैसे कि आधार कार्ड या पैन कार्ड।
पता प्रमाण: जमीन के खरीदार और विक्रेता के पता प्रमाण, जैसे कि बिजली बिल या पानी बिल।