Bihar News: नालंदा में वेतन भुगतान नए कॉन्टैक्टर द्वारा समायोजन की मांग को लेकर 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के सभी सदस्यों ने अपने - अपने एंबुलेंस को सदर अस्पताल में लगाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं । एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर जाने से मरीज को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । उन्हें या तो निजी एंबुलेंस या फिर भाड़े का गाड़ी कर अस्पताल आना पड़ रहा है । खासकर प्रसव की महिलाएं और बुजुर्गों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
इसके पहले 29 नवंबर को एंबुलेंसकर्मियों ने सीएस का घेराव कर अपनी मांगों को तीन दिनों में पूरा करने का अल्टीमेटम दिया था। 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित कुमार पांडेय ने बताया कि गुरुवार की 12 बजे रात से जिले में एंबुलेंस संचालन का जिम्मा दूसरे कॉन्टैक्टर को मिला है। उनके द्वारा पुराने कर्मियों को नहीं रखा जा रहा है । और तीन माह का वेतन भी नहीं दिया गया है। बिना वेतन के दशहरा जैसा पर्व फीका ही गुजर गया। उसके बाद दीवाली और अब छठ जैसे पर्व पर भी वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। परिवार भी चलाना मुश्किल हो रहा है। सेठ व दुकानदार अब कर्ज भी नहीं दे रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस कारण हम लोगों ने 12 बजे रात्रि से एंबुलेंस को सदर अस्पताल में खड़ा कर अनिश्चितकाल हड़ताल पर चले गए हैं।
जिलाध्यक्ष सिकंदर कुमार ने बताया कि धनतेरस जैसे पर्व में वेतन नहीं मिलने से घर के खराब हालात के चलते कुछ समान नहीं खरीद पा रहेहै । घर परिवार चलाना भी मुश्किल हो गया है। रातदिन हमलोग मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। कोरोना संकट काल में भी एंबुलेंसकर्मियों ने लोगों की सेवा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। वेतन मांगने पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। इसलिए हम लोगों ने एंबुलेंस को सदर अस्पताल में खड़ा कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने को बाध्य हो गए हैं । हड़ताल के दौरान एंबुलेंस कारी ने सदर अस्पताल में अपनी एकजुट का परिचय देते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया । मौके पर देवानंद दास, रौशन कुमार, परशुराम कुमार, अमरजीत कुमार, चंद्रभान कुमार, निवास कुमार सिन्हा, अनुज कुमार, पंकज कुमार, रंगेश कुमार, सूरज शर्मा, मो. असगर , तौफिक आलम, संजय कुमार व अन्य शामिल थे।
रिपोर्ट-राज पाण्डेय