Bihar News: पुलह ऋषि की पावन भूमि सोनपुर महोत्सव में उभरती लोक गायिका चंचल चारू ने अपनी मधुर आवाज से सभी का दिल जीत लिया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से बिहार की स्वर कोकिला, पद्मश्री स्वर्गीय शारदा सिन्हा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शारदा सिन्हा के गाने को दी अपनी आवाज
चंचल चारू ने अपने गीतों के माध्यम से बिहार की समृद्ध लोक संस्कृति को जीवंत किया। उन्होंने "कहे तोसे सजना तोहरी सजनिया" और "पग पग लिये जो तोहरी बलईया" जैसे लोकप्रिय गीतों को अपनी आवाज दी। विशेष रूप से, गीत "पटना से बैधा बुलाई दा" पर दर्शकों ने झूमकर नाचते हुए उनकी प्रतिभा का जश्न मनाया। चंचल चारू की मखमली आवाज और सधे हुए सुरों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी प्रस्तुति ने लोक संगीत प्रेमियों के दिलों को छुआ और सांस्कृतिक गौरव को बढ़ाया।
सरकारी सम्मान
बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने चंचल चारू के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें सम्मानित किया। यह सम्मान उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इसने उनके करियर को नई ऊंचाइयाँ दी हैं।
सोनपुर महोत्सव में एक यादगार शाम
सोनपुर महोत्सव में चंचल चारू की प्रस्तुति एक यादगार शाम साबित हुई। उनकी प्रस्तुति ने न केवल महोत्सव को और अधिक खास बनाया बल्कि बिहार की लोक संगीत परंपरा को भी आगे बढ़ाया।