Bihar News: ‘कजरा सौर परियोजना को अगले वर्ष (2025) के दिसंबर माह में पूर्ण करने का लक्ष्य है। इसे समय से पहले पूरा किया जाना चाहिए। कजरा परियोजना बिहार की सबसे महत्वाकांक्षी सौर ऊर्जा परियोजना है जिसे मुख्यमंत्री की ‘हरित ऊर्जा को प्रोत्साहन देने की नीति के अनुपालन में क्रियान्वित किया जा रहा है।’ यह दिशा निर्देश लखीसराय जिला में स्थित कजरा सोलर पावर परियोजना का स्थल निरीक्षण के दौरान ऊर्जा विभाग के सचिव एवं सीएमडी बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड पंकज कुमार पाल ने दी।
बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कम्पनी लिमिटेड एवं मेसर्स एल एण्ड टी के साथ कार्यों की प्रगति की गहन समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान परियोजना (185 मेगावाट) एवं भविष्य के आने वाली विस्तार परियोजना के निर्माण के दौरान परियोजनास्थल के किसी भी वृक्ष या पौधों को क्षति नहीं पहुंचा7यॉायी जाय ताकि सही मायने में यह हरित ऊर्जा का एक आदर्श परियोजना बन सके।
गौरतलब है कि 185 मेगावाट उत्पादन क्षमता एवं 254 मेगावाट आवर बैटरी भण्डारण क्षमता वाले इस परियोजना का निर्माण कार्य मेसर्स एल एण्ड टी द्वारा किया जा रहा है। परियोजना के कमीशनिंग के उपरांत अगले दस वर्षों तक इसका संचालन एवं देखरेख भी मेसर्स एल एण्ड टी द्वारा ही किया जाना है। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में दिनांक 2 जुलाई 2024 को बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कम्पनी लिमिटेड एवं मेसर्स एल एण्ड टी के बीच उक्त परियोजना हेतु एकरारनामा हुआ था।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के निर्माण होने से न केवल राज्य की विद्युत उपलब्धता में वृद्धि होगी बल्कि ऊर्जा भण्डारण क्षमता के कारण पीक आवर में भी सस्ती बिजली की उपलब्धता बनी रहेगी। कजरा स्थित यह सोलर परियोजना राज्य की अब तक की सबसे बड़ी सौर परियोजना है जिसमें 254 मेगावाट आवर (45.4 मेगावाट) बैटरी भण्डारण क्षमता का प्रावधान किया गया है जो देश की बड़ी परियोजनाओं में से एक है।
इस सोलर परियोजना के निर्माण होने से बिहार हरित ऊर्जा की ओर अग्रसर होगा जिससे पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में सहायता मिलेगी। इस बड़े सौर परियोजना के संचालित होने पर बिहार राज्य अपने निर्धारित नवीकरणीय ऊर्जा क्रय दायित्वों को हासिल करने में सफल होगा।