Bihar Flood: गंगा, महानंदा और कोसी से घिरे कटिहार में बाढ़, कटाव और विस्थापित सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है, ऐसे में पहली बार बरारी विधान सभा क्षेत्र में कटाव से विस्थापितों को स्थापित करने के लिए अब तक का सबसे बड़ी पहल हुई है, जिसमें हाल के दिनों में ही सूबे के मुख्यमंत्री कटिहार पहुंचकर लगभग पांच हज़ार से अधिक विस्थापितों को स्थापित करने के लिए बासगीत पर्चा दिया है.
मुख्यमंत्री के इस पहल को लेकर बाढ़, कटाव और विस्थापित पुनर्वास संस्था के संरक्षक विक्टर झा मुख्यमंत्री का आभार तो जता रहे हैं लेकिन कुछ बातों को लेकर अभी उनके मन में मलाल है, पुनर्वास संस्था के संरक्षक कहते हैं विस्थापितों के संघर्ष को लेकर उन पर लगभग एक दर्जन से अधिक मामला है, उन पर और उनके साथियों पर लाठी चार्ज तक हुआ है लेकिन अब जब विस्थापितों को स्थापित किया जा रहा है तो इस पर राजनीति हावी हो गई है.
इसलिए जिला स्तर पर इसको लेकर जो रोड मैप के तहत काम होना चाहिए वो होता नहीं दिख रहा, कटिहार जिला में विस्थापितों के संख्या की बात करें ये लगभग चालीस हज़ार है और यह पूरे जिले में अमदाबाद, मनिहारी, कदवा एवं बरारी से लेकर कुर्सेला तक है मगर सरकार के तरफ से केवल एक ही विधानसभा बरारी विधानसभा में लोगों को बासगीत पर्चा दिया गया है.
पुनर्वास संघर्ष समिति के संरक्षक ने कहा कि पूरे जिले में विस्थापितों को बसाने के लिए काम होना चाहिए, वही जिलाधिकारी ने विस्थापितों के पुनर्वास पर बरारी विधानसभा में हो रहे काम का आंकड़ा जारी करते हुए कहा कि पूरे जिले में भी विस्थापितों के संख्या से जुड़े आंकड़े पर काम हो रहा है और आने वाले दिनों में सरकार के गाइडलाइन के अनुसार विस्थापितों को स्थापित करने की दिशा में काम किया जाएगा।
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह