Bihar News: जमुई के बरहट प्रखंड के मलयपुर इलाके में स्थित कृत्यानंद हाई स्कूल की शिक्षिका शोभा सिंह ने गणित और विज्ञान को सीखने का तरीका ही बदल दिया है। वे कागज के टुकड़े, रस्सी, और घर में मिलने वाली अन्य चीजों का इस्तेमाल करके बच्चों को जटिल गणितीय अवधारणाएं समझाती हैं। शोभा सिंह जी का मानना है कि गणित को रटने की बजाय समझा जाना चाहिए।
शोभा सिंह का मानना है कि गणित और विज्ञान को रटने के बजाय समझना ज़रूरी है। वे बच्चों को कागज़ के टुकड़ों, घरेलू सामान और खेल-खेल में इन विषयों की बारीकियों को समझाती हैं। "मैं उन्हें प्रकृति में गणित ढूंढने के लिए प्रोत्साहित करती हूं। जैसे कि पेड़ों की शाखाएं, फूलों के पंखुड़े, और छत्ते की संरचना में गणितीय पैटर्न देखना।"
शोभा सिंह ने बच्चों को पेड़ों की ऊंचाई नापने के लिए एक सरल उपकरण बनाया है। उन्होंने एक रस्सी, एक प्रोटेक्टर, और एक भारी वस्तु का उपयोग करके एक हिप्सोमीटर बनाया है। इस उपकरण का उपयोग करके बच्चे आसानी से किसी भी वस्तु की ऊंचाई नाप सकते हैं।
शोभा सिंह जी के इस अनोखे तरीके से बच्चों में गणित और विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ गई है। उनके छात्र अब गणित और विज्ञान को एक बोझ नहीं, बल्कि एक मजेदार विषय के रूप में देखते हैं। शोभा सिंह जी के काम को देखकर अन्य शिक्षक भी प्रेरित हो रहे हैं और वे भी अपने कक्षाओं में इस तरह के तरीके अपना रहे हैं।
सुमित सिंह की रिपोर्ट