बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग का बड़ा आदेश जारी,शिक्षकों को प्रत्येक सप्ताह करना होगा यह काम,नियम अगले साल से लागू

बिहार सरकार द्वारा लिए गए फैसले का मकसद बदलाव का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी और नियमित बनाना।

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग का बड़ा आदेश जारी,शिक्षकों को प्रत्येक सप्ताह करना होगा यह काम,नियम अगले साल से लागू
शिक्षा विभाग का बड़ा आदेश जारी- फोटो : freepik

Bihar Teacher News: बिहार सरकार ने राज्य के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में परीक्षा प्रणाली को पूरी तरह बदल दिया है। 2025 से मासिक परीक्षाएं समाप्त कर दी जाएंगी, और साप्ताहिक टेस्ट के साथ 3 महीने वाले, अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।

परीक्षा प्रणाली में बदलाव के प्रमुख बिंदु

कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्रों का हर सोमवार को वीकली टेस्ट लिया जाएगा। छुट्टी होने पर टेस्ट अगले कार्यदिवस पर आयोजित होगा। यह टेस्ट इंटरनल असेसमेंट का हिस्सा होगा, और इसके परिणाम छात्रों और अभिभावकों को साझा किए जाएंगे। मासिक परीक्षा को समाप्त कर, पूरे साल में तीन मुख्य परीक्षाओं का आयोजन होगा। ये परीक्षाएं गुणवत्ता और मूल्यांकन में पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगी।

सेंटअप एग्जाम:

कक्षा 9 से 12 तक की सेंटअप परीक्षाओं में कोई बदलाव नहीं होगा। इन्हें पूर्व की प्रक्रिया के अनुसार ही आयोजित किया जाएगा।

प्रत्येक स्तर पर जिम्मेदारी होगी। कक्षा 1 से 8वीं तक की परीक्षाएं राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा आयोजित की जाएंगी। कक्षा 9 से 12वीं की परीक्षाओं का आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) करेगी।

बदलाव का उद्देश्य

बिहार सरकार द्वारा लिए गए फैसले का मकसद बदलाव का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी और नियमित बनाना।छात्रों की सप्ताह-दर-सप्ताह प्रगति को ट्रैक करना।छात्रों और अभिभावकों को उनकी शिक्षा के प्रति अधिक जागरूक बनाना।

नए प्रणाली के लाभ

नियमित मूल्यांकन: साप्ताहिक टेस्ट से छात्रों की प्रगति का लगातार मूल्यांकन होगा।

कम परीक्षा का दबाव: त्रैमासिक प्रणाली से छात्रों पर एक साथ अधिक परीक्षाओं का बोझ कम होगा।

अभिभावकों की भागीदारी: परिणाम साझा करने से अभिभावकों को बच्चों की प्रगति पर नजर रखने में मदद मिलेगी।

बेहतर तैयारी: वार्षिक परीक्षा से पहले छात्रों को त्रैमासिक और अर्द्धवार्षिक परीक्षा के जरिए खुद को तैयार करने का अवसर मिलेगा।

Editor's Picks