MUZAFFARPUR : बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस.सिद्धार्थ एक के बाद एक फरमान भी जारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने नया आदेश जारी किया है। इसके अनुसार अब शिक्षक स्थानीय छात्र-छात्राओं की जरुरत के अनुसार पठन-पाठन के लिए वीडियो कंटेंट तैयार करेंगे। जिसके बाद इस वीडियो का प्रसारण डिजिटल प्लेटफार्म पर किया जाएगा। इस के लिए पांच शिक्षकों का चयन किया गया है।
पांच शिक्षकों का हुआ चयन
दरअसल, मुजफ्फरपुर जिले के पांच शिक्षकों का चयन किया गया है। इसकी जानकारी डायट रामबाग की ओर से सभी चयनित स्कूलों के एचएम को दी गई है। पांच शिक्षकों में मुरौल प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय धर्मागतपुर की शिक्षिका अंजलि कुमारी, मुरौल प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बखरी के शिक्षक केशव कुमार, मोतीपुर प्रखंड के उमवि थतिया के शिक्षक पप्पू कुमार पंकज, बंदरा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय मोहनपुर के शिक्षक नवीन कुमार, मोतीपुर के उमवि बरियारपुर के शिक्षिका निवेदिता रानी का चयन किया गया है।
इस टॉपिक पर बनाएंगे वीडियो
इस बारे में शिक्षकों ने बताया कि, जिले के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की आवश्यकता का ध्यान रखते हुए अक्षर ज्ञान, मात्रा की पहचान व शब्द निर्माण पर वीडियो बनाया जाएगा। इसे वीडियो फार्मेट में तैयार करते हुए दीक्षा एप पर अपलोड किया जाएगा। जिसका लाभ पांचवीं तक के छात्र-छात्राओं को मिलेगा। शिक्षकों ने बताया कि डायट में वीडियो तैयार किया जाएगा। इसकी रिकॉर्डिंग की जाएगी। इसमें गतिविधि से लेकर अवधारण तक को शामिल किया जाएगा। इसके लिए कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा।
शिक्षकों का स्थायी ट्रांसफर
वहीं दूसरी ओर, बिहार विश्वविद्यालय (बीआरए) में कॉलेजों में विभिन्न पीजी विभागों में प्रतिनियुक्त किए गए शिक्षकों का स्थायी ट्रांसफर किया जाएगा। इससे पीजी विभागों में पठन-पाठन से लेकर शोध समेत अन्य क्रियाकलापों को बेहतर करने में मदद मिलेगी। साथ ही नैक मूल्यांकन में भी विश्वविद्यालय को लाभ मिलेगा। जल्द ही इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से अधिसूचना जारी की जाएगी।