HAJIPUR - बिहार में कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जहां शिक्षकों के काम की तारीफ गांव के लोग भी करते हैं। ऐसा ही एक गांव है वैशाली जिले के हाजीपुर प्रखंड का जेठुली गांव, जहां मध्य विद्यालय में नियुक्त शिक्षक अरविंद कुमार द्विवेदी का ट्रांसफर कर दिया गया। जिला शिक्षा विभाग के इस फैसले से यहां के ग्रामीणों को इतना निराश कर दिया कि उन्होंने अपने सरपंच के जरिए इसे रोकने की मांग की है। डीएम को लिखे गए पत्र में सरपंच ने जिन बातों का जिक्र किया है वह हैरान करनेवाला है।
सरंपच दिलीप पासवान ने बताया कि जेठुई मध्य विद्यालय के शिक्षक अरविंद द्विवेदी का ट्रांसफर काशीपुर, जरताही टोला, हाजीपुर पूर्वी में कर दिया गया। जिससे जेठुई के लोग निराश हैं। उन्होंने बताया कि अरबिन्द कुमार द्विवेदी जी राप्रवि जठुई प्रखण्ड हाजीपुर में शिक्षक थे जो कि इमानदार, स्वच्छ छवि, मेहनती, अनुशासित एवं स्कूल के सही संचालन में बेहतर तरीके से अपनी भूमिका निभा रहे थे। वह स्कूल में सबसे पहले और सबसे बाद में जाते थे।
इसके साथ ही स्कूल में बच्चों को बेहतर ढंग से रखने के साथ उनके परिजनों से भी व्यवहार बेहद शालीन रहता था। अब उनका ट्रांसफर होने से ग्रामीणों को इस बात की चिंता होने लगी है कि स्कूल में सही तरीके से उनके बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाएगी। ग्रामीण चाहते हैं कि शिक्षक का ट्रांसफर करने का फैसला वापस ले लिया जाए। ताकि बच्चों का भविष्य खराब न हो।
सरपंच ने इस मामले में जिले के डीएम को पत्र लिखकर ग्रामीणों की इच्छा से अवगत कराया है।
रिषभ कुमार की रिपोर्ट