BPSC Result: बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा का नाम लेते ही कड़ी प्रतिस्पर्धा और तैयारी की चुनौतियां सामने आती हैं। इस परीक्षा में 32वीं बार हर्षिता ने टॉप करके न केवल अपनी कड़ी मेहनत का प्रमाण दिया, बल्कि अन्य अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन गईं।
हर्षिता की पढ़ाई की रणनीति
हर्षिता ने अपनी पढ़ाई को तीन चरणों में विभाजित किया:
सुबह का सत्र:
सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक। यह उनका मुख्य अध्ययन समय था, जिसमें वे कठिन विषयों पर ध्यान देती थीं।
दोपहर का सत्र:
लंच के बाद, 4 बजे से शाम 7 बजे तक। इस समय वे महत्वपूर्ण टॉपिक्स को दोहराती थीं।
रात्रि का सत्र:
रात 9 बजे से 11:30 बजे तक। यह समय रिवीजन और नोट्स को समेकित करने के लिए उपयोग किया जाता था।
अनुशासन और नियमितता
हर्षिता का मानना है कि अनुशासन किसी भी तैयारी का आधार है।
उन्होंने पढ़ाई के लिए एक कठोर रूटीन का पालन किया और इसे परीक्षा तक बनाए रखा।
परीक्षा की तैयारी के टिप्स
1. सही अध्ययन सामग्री का चयन
हर्षिता ने सीमित और प्रामाणिक पुस्तकों का चयन किया।
कानूनी विषयों के लिए केस लॉ और स्टैंडर्ड टेक्स्टबुक्स का उपयोग किया।
2. मॉक टेस्ट और रिवीजन
मॉक टेस्ट को नियमित रूप से हल करके अपनी कमजोरियों को पहचाना।
समय प्रबंधन और उत्तर लेखन में सुधार के लिए टेस्ट को गहराई से विश्लेषण किया।
3. नोट्स बनाना
हर्षिता ने हर विषय के लिए संक्षिप्त और सटीक नोट्स बनाए, जो अंतिम समय में रिवीजन के लिए उपयोगी साबित हुए।
4. मानसिक संतुलन बनाए रखना
तैयारी के दौरान मानसिक थकावट से बचने के लिए ब्रेक और शारीरिक व्यायाम पर ध्यान दिया।
परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताकर तनाव को कम किया।
हर्षिता की सफलता के सूत्र
1. समर्पण और धैर्य
परीक्षा की तैयारी में उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनके धैर्य ने उन्हें मुश्किल समय में भी टिके रहने में मदद की।
2. स्मार्ट वर्क के साथ हार्ड वर्क
हर्षिता ने केवल लंबी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया, बल्कि स्मार्ट अध्ययन तकनीकों का उपयोग किया।
3. लक्ष्य पर फोकस
उनका कहना है कि अगर आपका लक्ष्य स्पष्ट है, तो रास्ते की कठिनाइयां अपने आप आसान हो जाती हैं।