PATNA - 70वें BPSC परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के विरोध मेंकर पिछले दिनों हुए आंदोलन में गिरफ्तार छात्र नेता दिलीप को आज बेउर जेल से रिहा कर दिया गया जेल से बाहर आते ही छात्र नेता अपने आंसू रोक नहीं पाए। वहीं उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे थे, जिन्होंने माला पहनाकर दिलीप का स्वागत किया। उन्होंने इस दौरान News4nation के साथ खुलकर बातचीत की।
जेल से बाहर आते ही छात्र नेता दिलीप ने कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं, जेल गया था। इसलिए थोड़ी कमजोरी है। लेकिन इस घटना के बाद अब मैं और ज्यादा मजबूत हो गया हूं। उन्होंने कहा कि आंदोलन को कामयाबी मिली है। हमलोगों की जीत हुई है।
खान सर जैसे रंगा सियार से रहें सावधान
छात्र नेता दिलीप ने जेल से बाहर आते ही खान सर पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने खान सर को रंगा सियार बताते हुए कहा कि यह वह लोग हैं, जब बीपीएससी ने नार्मलाइजेशन को लेकर मीटिंग बुलाई थी तो उसमें इसका समर्थन किया था। खुद आयोग के सचिव ने इस बात को स्वीकार किया है।
लेकिन जब छात्रों ने इसका विरोध शुरू किया तो वह उनके साथ समर्थन में उतर आए। ऐसे लोगों से छात्रों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि यह लोग आंदोलन को कमजोर करने में जुटे हैं। अब उन्हें बिहार के युवाओं को ठगने के लिए उन्हें सभी से माफी मांगनी चाहिए
शिक्षकों और कोचिंग माफियाओं पर कार्रवाई
छात्र नेता दिलीप ने कहा कि इसी बेउर जेल में नीट, सिपाही भर्ती सहित कई परीक्षाओं के पेपर लीक करानेवाले बंद हैं। लेकिन यह पूरी तरह से खत्म नहीं होगा, जब तक छात्रों को ठगनेवाले शिक्षकों और शिक्षा माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हो।
गरीब होने के कारण हुआ जेल गए
दिलीप के समर्थन में जुटे समर्थकों ने आरोप लगाया कि उन्हें इस कारण जेल भेजा गया कि वह गरीब हैं। लोगों को यह लगता है कि दिलीप के साथ कोई नहीं खड़ा है। लेकिन हम लोग उनके साथ खड़े हैं। हजारों छात्रों का उन्हें समर्थन है। इसलिए उन्हें कमजोर समझने की जरुरत नहीं हैं।
बता दें कि पिछले सप्ताह बीपीएससी परीक्षा में नार्मलाइजेशन के खिलाफ छात्र नेता दिलीप के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन हुआ था। जिसमें कई छात्रों को पुलिस की लाठी चार्ज में चोटें भी आई थी। वहीं छात्र नेता को बाद में गिरफ्तार कर बेउर जेल भेज दिया गया। जिसके बाद आज उन्हें जमानत पर रिहा किया गया।
REPORT - NARROTTAM KUMAR