Patna :- भगवान भास्कर की नगरी उल्लारधाम में उमड़ी आस्था की जनसैलाब ,लाखों श्रद्धालु छठव्रतियों ने अस्तचलगामी सूर्य (डूबते सूर्य) की पहली आर्ग देकर भगवान भास्कर और छठी मईया की सूर्य उपासना करते हुए भगवान भास्कर और छठी मइया की दरबार में हाजरी लगाते हुए पूजा अर्चना कर अपने परिवार की सुख शांति और समृद्धि की मंगलकामना करते हुए अपने मनोवांक्षित मनोकामनाएं पूर्ण करने की आशीर्वाद लिया।
उल्लेखनीय है कि पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के दुल्हन बाजार प्रखंड के उल्लारधाम स्थित द्वापर कालीन पौराणिक और ऐतिहासिक विश्व विख्यात सूर्य उपासना की बारह सूर्य पीठों में से एक मुख्य केंद्र स्थलियों में एक उल्लार्क सूर्य मंदिर है। जिसको द्वापरयुग भगवान श्रीकृष्ण के जामवंती पुत्र राजा शांब द्वारा स्थापित किया गया था। ऐसी मान्यता है राजा शांब को दुर्वासा ऋषि की श्राप से पूरे शरीर में भयंकर कुष्ठ व्याधि हो गई थी। जिससे निजात पाने के लिए ऋषि दुर्वासा ने राजा शांब को कुष्ठ व्याधि से मुक्ति के लिए बारह अलग अलग जगहों पर बाहर सूर्य पीठों की स्थापना कर वहां बारह वर्ष सूर्य उपासना करने की उपाय बताए थे। जिसके बाद राजा शांब ने देश विभिन्न हिस्सों में कोणार्क, लोलार्क, पंडारक, देवार्क, अंगारक के साथ साथ बारह सूर्य पीठों में से एक उल्लार्क सूर्य मंदिर और एक तलाब की निर्माण कर यहां सूर्य उपासना किया था। जोकि अब उल्लारधाम के नाम से विश्व विख्यात और सुप्रसिद्ध है।
उल्लारधाम की महिमा अपरंपार है, यहां पर हर साल की भांति कार्तिक मास में लगभग 4 से 5 लाख श्रद्धालु भक्तों की जनसैलाब के लिए छठपुजा के जुटती है। जोकि अपने आप में बहुत बड़ा सूर्य उपासना की मुख्य केंद्र स्थली कही जाती है। देव सूर्य मंदिर के बाद उल्लार्क सूर्य मंदिर में इतनी बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा करने के लिए आते हैं।
अटूट आस्था और विश्वास की प्रतीक के रूप में लोकआस्था का महान महापर्व मनाए जाने वाले छठपूजा में भगवान भास्कर और छठी मईया की दरबार में हाजरी लगाते हुए लाखों श्रद्धालु भक्तों ने उनकी दर्शन कर पूजा अर्चना करते हुए अपने और परिवार की सुख शांति और समृद्धि की मंगलकामना करते आशीर्वाद लिया।
इससे पहले उल्लारधाम सूर्य मंदिर परिसर में स्थित ऐतिहासिक तालाब में लाखों श्रद्धालु छठव्रतियों ने आस्था की डुबकी लगाते हुए स्नान ध्यान करते अस्तचलगामी सूर्य की पहली आर्ग देकर भगवान भास्कर और छठी मईया की आराधना किया। दोपहर लगभग तीन बजे से ही छठ व्रतियों ने अस्तचलगामी सूर्य की आर्ग देना शुरू कर दिया था, जोकि देर शाम तक शिलशिला चलता है । इसके बाद भगवान भास्कर और छठी मईया की अदभुत शृंगार किया गया। जिसको दर्शन के लिए श्रद्धालु भक्तों भीड़ देर रात तक उमड़ती रही।
सैंकड़ों छठ व्रतियों ने अपनी मन्नतें उतरवाई:-
वहीं दूसरी ओर उल्लारधाम सूर्य मंदिर परिसर में बड़े पैमाने श्रद्धालु छठव्रतियों द्वारा अपनी मानी गई मनोवांक्षित मनोकामनाएं की मन्नते पूरी होने के बाद मन्नते उतरवाते हुए दिखाई देती नजर आ रही थी। जिसमें विशेष रूप से महिलाए अपने संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी होने के बाद अपनी पुत्र की मुंडन के बाद अपनी आंचल पर नेटुआ की नाच नाचवाती हुई दिखाई देती नजर आई। जोकि उल्लारधाम की महिमा अपरंपार होने की सबूत बया करती है दिखाई देती है।
उल्लारधाम में छठ व्रतियों के बीच पूजा सामग्रियों की वितरण भी कई राजनीतिक एवं सामाजिक समाजसेवियों के साथ साथ निजी संस्थाओं द्वारा किया गया।
वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन और पालीगंज अनुमंडल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था एवं छठ व्रतियों के लिए कई तरह की विशेष सुविधाओं की की व्यवस्थाएं किया गया है। ऐतिहासिक तालाब में SDRF की टीम वोट के साथ चारों तरफ गस्ती करती हुई दिखाई दे रही थी। ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से तत्काल निपटा जाए। मेले परिसर में चप्पे चप्पे सैंकड़ों की संख्या महिला और पुरुष सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी। साथ ही निजी वालेंटियर भी विधि व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करती हुई दिखाई दे रही थी। छठ व्रतियों के रहने के लिए टेंट सिटी , कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम, शौचालय, स्वच्छ पेयजल , की व्यवस्था किया गया है। साथ ही मेडिकल टीम एंबुलेंस के साथ मौजूद थी ताकि किसी भी आकस्मिक आपात स्थिति से समय रहते निपटा जा सके। वॉच टॉवर और मेले परिसर की ड्रोन कैमरे से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। छठ व्रतियों के लिए हेल्प सेंटर की बनाए गए हैं। ताकि किसी तरह की उनकी समस्याओं की समाधान किया जा सके।
इस दौरान पालीगंज अनुमंडल पदाधिकारी अमनप्रीत सिंह खुद नेतृत्व करते हुए कंट्रोल रूम में मौजूद रहे, एवं विधि व्यवस्था को नियंत्रित करते रहे।साथ ही डीएसपी - 1 प्रीतम कुमार, डीएसपी 2 उमेश चौधरी, बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ समेत बड़े पैमाने पर अनुमंडल के पदाधिकारियों मौजूद रहे।
Reported by -Amlesh kumar Patna