DESK: आंध प्रदेश के तिरुमाला स्थित प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में दर्शन करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी को देखते हुए तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड ने दर्शन व्यवस्था में कुछ बड़े बदलाव करने का फैसला किया है। इसके तहत अब श्रद्धालुओं को सिर्फ 2 घंटे में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन कराए जाएंगे।
नई दर्शन व्यवस्था की मुख्य विशेषताएं
नई दर्शन व्यवस्था के तहत मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने और दर्शन की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। पहले जहां दर्शन में 20-30 घंटे लग जाते थे, अब नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को सिर्फ 2 घंटे में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन कराए जाएंगे। स्पेशल एंट्री दर्शन का कोटा खत्म कर दिया जाएगा। वीआईपी दर्शन को लेकर विवाद को देखते हुए इस पर रोक लगा दी गई है। तिरुपति के स्थानीय नागरिकों के लिए हर महीने के पहले मंगलवार को दर्शन की विशेष व्यवस्था रहेगी। मंदिर परिसर में अब नेता राजनीतिक बयान नहीं दे सकेंगे। ऐसा करने पर बोर्ड उन्हें कानूनी नोटिस देगा।
ये बदलाव क्यों किए गए?
इन बदलावों से श्रद्धालुओं को कम समय में दर्शन करने का मौका मिलेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करना आसान हो जाएगा। स्पेशल एंट्री और वीआईपी दर्शन को लेकर होने वाले विवादों का अंत होगा। मंदिर परिसर में राजनीति पर रोक लगाने से मंदिर की पवित्रता बनी रहेगी।
लड्डू विवाद का असर
तिरुपति मंदिर के लड्डू में मिलावट के आरोपों के बाद टीटीडी बोर्ड ने प्रसाद की व्यवस्था में भी बदलाव किए हैं। इस विवाद के कारण मंदिर की छवि को नुकसान पहुंचा था और लोगों का विश्वास भी कम हुआ था। इन बदलावों के जरिए टीटीडी बोर्ड श्रद्धालुओं का विश्वास फिर से जीतना चाहता है।