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गया डीएम ने जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ की बैठक, विकसित बिहार 2047 से संबंधित सर्वे को लेकर दिए कई निर्देश

Gaya News : गया डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभा कक्ष में सभी विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें विकसित बिहार को लेकर कई निर्देश दिए...पढ़िए आगे

गया डीएम ने जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ की बैठक, विकसित बिहार 2047 से संबंधित सर्वे को लेकर दिए कई निर्देश
गया डीएम ने की बैठक - फोटो : manoj kumar

GAYA : जिला पदाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभा कक्ष में सभी विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं विपार्ड गया के पदाधिकारी के साथ बैठक की। इस मौके पर उन्होंने कहा की बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा बिहार के भविष्य को नया आकार देने के लिए विकसित बिहार 2047 संबंधित सर्वे का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार विकास की एक नई यात्रा पर निकल चुका है। 2047 तक खुद को समृद्ध एवं प्रगतिशील के प्रतीक में बदलने की यात्रा, जब हमारा महान राष्ट्र अपनी आजादी का  100 वा वर्ष मना रहा होगा। इस विजन को वास्तविकता बनाने के लिए आम जनमानस की आवाज उनके सपने एवं उनके दृष्टिकोण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान आम जनो को विकसित बिहार 2047 सर्वे पर प्रतिक्रिया देकर अपनी आकांक्षाओं और धारणाओं को साझा करने के लिए आमंत्रित किया है। जिसका वेबसाइट www.bipard.bihar.gov.in है। इस वेबसाइट पर जाकर आम जनमानस अपने विचारों से नीतिगत प्राथमिकताओं का मार्गदर्शन करें। जमीनी  स्तर की दृष्टिकोण के साथ नीति निर्माता को सशक्त बनाएं, विकसित बिहार के लिए प्रतिबद्ध समुदाय से जुड़े।

जिला पदाधिकारी ने बताया कि विकसित बिहार 2024 के लिए सभी विभागों का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग विगत 5 वर्ष 10 वर्ष 15 वर्ष पहले जितने भी कार्य किए गए हैं, वर्तमान में जो कार्य हो रहे हैं और भविष्य में 2047 वर्ष की दृष्टिकोण को देखते हुए क्या-क्या कार्य करने से आम जनमानस एवं उसे क्षेत्र में कितना विकास होगा, इसका रूपरेखा तैयार कर अगले 7 दिनों में इसकी रिपोर्ट तैयार करें। ताकि इसी डेटा के आधार पर नीति आयोग द्वारा जिला एक्नॉलेजमेंट प्लान 3 माह के अंदर बनाया जाना है। जिला पदाधिकारी ने उदाहरण के तौर पर बताया कि परिवहन विभाग द्वारा पिछले 5 सालों में या 10 सालों में वाहन पॉल्यूशन कम करने लिए कैसे काम किया है। वाहनों को पेट्रोल डीजल के मुकाबले सीएनजी में कैसे कन्वर्ट किया है उसके क्या फायदे हैं। सभी विभाग अपने अपने 5 साल 10 साल 20 साल आपके विभाग का क्या विजन है उसे पर कार्य योजना बनाएं। आप किस प्रकार देखते हैं कि अगले 5 सालों में कितने वाहनों को सीएनजी में बदल सकते हैं। एक्सीडेंट दर में कितनी बदलाव हुए हैं। कितने वाहन रजिस्टर थे, अब कितने वाहन रजिस्टर्ड हैं। कृषि विभाग का एक उदाहरण देते हुए कहा कि कितने प्रतिशत जमीन जो बंजर पड़ा हुआ है वहां अल्टरनेटिव खेती करवा रहे हैं, कितने खेत जो धान एवं गेहूं पर निर्भर थे उन्हें अन्य खेती पर डाइवर्ट किए हैं, एग्रीकल्चर रोड मैप पर गया को कितने फायदे हुए हैं और भविष्य में कितने फायदे होंगे। इसके अलावा किन खेती को और आगे बढ़ना चाहते हैं लेमनग्रास तिल की खेती इत्यादि को। इसके अलावा मार्केट वैल्यू को कैसे चेंज किया जा सकता है। जैसे तिलकुट के बढ़ावा देते हैं पैकेजिंग बेहतर करवाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 10 साल पहले धान के उत्पादन की क्या स्थिति रही है, वर्तमान में क्या धान की खेती ज्यादा हो रही है, भविष्य में धान की खेती कैसी होगी।

इसी प्रकार सभी विभाग द्वारा अपने चल रही योजनाओं को लिस्ट आउट करना होगा ताकि भविष्य में आगे और कैसे अच्छे से बढ़ाया जा सके।  विकसित बिहार 2047 के लिए गया ज़िला में नोडल पदाधिकारी उप विकास आयुक्त को बनाया गया है। कहा की आपके विभाग द्वारा दिए जाने वाले आंकड़ों के आधार पर जेनेक्स लैब एडवांस एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधारित पर डाटा को फीड एवं सर्कुलेट किया जाएगा। उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले 10 सालों में कितनी बारिश हुई है और कितनी उत्पादन हुई है ताकि भविष्य में आने वाले अगले 10 सालों में बारिश का आकलन एवं उत्पादन का अनुमान लगाया जा सकते हैं। ताकि उसी अनुरूप और बेहतर तैयारी किया जा सके। उदाहरण के लिए स्वास्थ्य विभाग को लेकर कहा कि वर्ष 2010 में कितनी संख्या में ओपीडी होता था। अब कितना ओपीडी हो रहा है। इसी प्रकार आगे वर्षों में ओपीडी में क्या बढ़ोतरी होगी, इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी में पहले के तुलना में अब कितना सुधार हुआ है। टीवी के मरीज पहले कितने आते थे अब क्या आ रहे हैं इत्यादि। सभी विभाग अपने सभी योजनाओं को देखते हुए पहले की तुलना में क्या-क्या बढ़ोतरी हुई है और भविष्य में क्या-क्या होगा इत्यादि पर प्लान तैयार करें। 

जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को कहा कि अगले एक सप्ताह के अंदर अपने प्रखंड के सभी स्टेकहोल्डर के साथ बैठक कर ले और अपने प्रखंड को अपने क्षेत्र को अपने टोले को कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं इस पर चर्चा करें। जानकारी ले कि पहले पेयजल की क्या स्थिति थी अब क्या स्थिति है और भविष्य में क्या स्थिति रहेगी, सिंचाई के साधन पहले क्या थे अभी क्या है और भविष्य में जनसंख्या जब बढ़ते रहेगी तो सिंचाई के साधन को और कैसे बढ़ाएंगे। अपने टोला को कैसे और विकास करेंगे इत्यादि पर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि आगे का विजन क्या रहेगा। विकास की तीव्रता को बढ़ाने के लिए इस विषय पर हर हाल में अच्छे से काम करें।

गया से मनोज की रिपोर्ट

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