NALANDA : बिहारशरीफ के अलीनगर मोहल्ला में बरसों से चली आ रही परंपरा के अनुसार बंगाल के तर्ज पर सिंदूर खेला कर महिलाओं ने तो युवकों ने अपने कंधे पर उठाकर माता रानी को विदाई दी । माता रानी की विदाई के लिए लोगों पड़ा। मोहल्ले वासियों ने नम आंखों से माता रानी को अगली वर्ष आने की निमंत्रण देकर विदाई दी।
मोहल्ले के युवक माता रानी को अपने कंधे पर उठाकर करीब एक किलोमीटर पैदल चलकर विसर्जन स्थल तक के लिए ले जाते हैं। यह परंपरा इस इलाके में कई सालों से चली आ रही है। जिसका निर्वहन आज भी युवक कर रहे हैं। मोहल्लेवासियों का मानना है कि इस परंपरा को निभाने के कारण मोहल्ले में अमन चैन बरकरार रहता है।
इसी तरह बिहारशरीफ के अन्य जगहों पर भी प्रतिमा विसर्जन जुलूस में देखने को मिला। जहां महिलाओं ने नाचते गाते माता रानी को विदाई दी। बिहारशरीफ समेत जिले के अन्य इलाकों में यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा।
नालंदा से राज की रिपोर्ट