PATNA - पटना और वैशाली के बीच गंगा नदी पर कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्सलेन केबल पुल (kacchi dargah bidupur bridge) के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। बताया जा रहा है पुल को बनाने का काम इसी साल पूरा कर लिया जाएगा। इस पुल के बन जाने से न सिर्फ उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच दूरियां कम हो जाएगी, वहीं पुल के बन जाने के बाद पर झारखंड के लोगों को भी फायदा मिलेगा, वहीं पुल को बिहार के पहले एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा।
मार्च तक हो सकता है पुल के निर्माण पूरा
जानकारी के अनुसार मार्च महीने तक एक महत्वपूर्ण पुल कच्ची दरगाह बिदुपुर सिक्स लेन पुल का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। जिसके बाद इसे आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच घटेगी दूरी
कच्ची दरगाह और बिदुपुर पुल के बनने से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी। पुल बनने से झारखंड के इलाके से भी उत्तर बिहार होते हुए नेपाल बॉर्डर तक लोग जा सकेंगे. नवादा, मुंगेर या नालंदा की ओर से आने वाली गाड़ियों को उत्तर बिहार जाने के लिए अब पटना आने की जरूरत नहीं होगी। वहीं 60 किमी की अतिरिक्त सफर भी नहीं करना पड़ेगा।
अभी जेपी सेतु, महात्मा गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु पर वाहनों का दबाव रहता है और जाम की समस्या इससे आती है। जो काफी हद तक कम हो जाएगा।
9.76 किमी लंबा पुल
बिदुपुर कच्ची दरगाह के बीच बने मुख्य पुल 9.76 किलोमीटर लंबी होगी जबकि एप्रोच के साथ इसकी लंबाई 19 किलोमीटर से अधिक होगी. इसे 4988 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है।
गंगा में आनेवाली बाढ़ को लेकर किया गया डिजाइन
यह केबल पुल 67 पायों पर केबल के सहारे बना होगा. दो पायों के बीच की दूरी 160 मीटर होगी. गंगा के जलस्तर से इसकी दूरी 13 मीटर के करीब ऊंची है। मानसून और बाढ़ के दौरान गंगा के अधिकतम जलस्तर के हिसाब से इसकी ऊंचाई रखी गयी है। इस पुल के नीचे से जल परिवहन वाले जहाज भी आसानी से गुजर सकेंगे।
अंतिम चरण में है निर्माण कार्य, एक्सप्रेसवे से भी हो कनेक्टविटी
इस पुल से राघोपुर दियारा के लोगों को भी बड़ा फायदा मिलेगा. इसका एप्रोच बन चुका है. बख्तियारपुर की तरफ फ्लाइओवर और एप्रोच रोड बन रहा है जिसका काम अंतिम चरण में है। बख्तियारपुर फोरलेन से इसकी कनेक्टिविटी रहेगी. इस पुल को आमस-दरभंगा नयी एक्सप्रेसवे से भी कनेक्टविटी की जाएगी