MUZAFFARPUR - गरीबों के लिए सरकार पीडीएस दुकानदार के द्वारा राशन उपलब्ध करवाती है मिट्टी तेल उपलब्ध करवाती हैं लेकिन क्या वही राशन और मिट्टी तेल आम लोगों को सरकारी रेट पर और उचित वजन मिल पाती है यह सबसे बड़ा सवाल है, जिसकी पड़ताल करने पर अलग ही मामला सामने आया है। यहां सरकारी दर से लगभग दोगुने दर पर गरीबों को मिट्टी तेल बेचा जा रहा है। वहीं डीलर इसे पूरी तरह से सही बताता हुआ नजर आता है।
पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के रघुनाथपुर दोनमा पंचायत के झीटकाही गांव के डीलर की दबंगई का है जहां दिपावली को लेकर सरकार ने कार्ड धारी के लिए राशन और मिट्टी तेल डीलरों को उपलब्ध कराई गई थी। ताकि दीपावली से पूर्व लोगों को राशन और मिट्टी तेल मिल सके वही मिट्टी तेल का सरकारी दर ₹56 प्रति लीटर निर्धारित किया गया था।
लेकिन डीलर शबनम कुमारी के यहां जब कार्ड धारी मिट्टी तेल लेने पहुंचे तो उन्हें मिट्टी तेल₹100 लीटर दिया गया इतना ही नहीं वह भी पूरा 1 लीटर नहीं था इस तरह का आरोप वहां के कार्ड धारी के द्वारा लगाया गया है।
तेल लाने का जोड़ा खर्च
जब इसको लेकर डीलर से बात की गई उनका कहना था कि उनका कहना था तेल को लाने के लिए ऑटो का किराया पांच सौ रुपए देना होता है। जबकि सरकार की तरफ से भाड़ा नहीं मिलता है। ऐसे में यह खर्चा कहां से आएगा। स्थिति यह है कि डीलर और प्रशासन के कारण सस्ती दरों पर मिट्टी तेल पाने की जगह गरीबों को पेट्रोल डीजल की कीमत चुकानी पड़ रही है।
एक ड्रम में औसतन 220 लीटर तेल आता है। ऐसे में हर लीटर अगर 44 रुपए का मुनाफा जोड़ा जाए तो डीलर को एक बार में 500 रुपए खर्च कर राशन उपभोक्ताओं से 9680 रुपए वसूल रहा है।
अब पूरे मामले को लेकर एसडीओ पूर्वी अमित कुमार से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा है कि मामला संज्ञान में आया है मामले की जांच की जा रही है और जांच में अगर डीलर दोषी पाए जाएंगे तो फिर उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी
रिपोर्टर/मणि भूषण शर्मा