Diwali 2024: दीपावली, धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी की आराधना का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष साधना-विधियों का महत्व है। आगामी 29 अक्टूबर 2024, मंगलवार को धनतेरस के साथ पांच दिवसीय दिवाली उत्सव की शुरुआत हो रही है। इस शुभ अवसर पर यदि लक्ष्मी प्राप्ति की साधना विधियों का पालन किया जाए, तो घर में सुख-समृद्धि और उन्नति का वास होता है।
धनतेरस से साधना की शुरुआत
धनतेरस से ही मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए साधना शुरू करनी चाहिए। इसके लिए आपको दक्षिणावर्ती शंख, केसर, गंगाजल, धूप, अगरबत्ती, दीपक, और लाल वस्त्र की आवश्यकता होगी। यह साधना तीन दिनों तक की जा सकती है, जो आपके घर में मां लक्ष्मी की कृपा का स्थायी प्रवाह बनाएगी।
साधना विधि
साधना सामग्री: दक्षिणावर्ती शंख, केसर, गंगाजल, धूप, अगरबत्ती, दीपक, और लाल वस्त्र इत्यादि।
विधि: सबसे पहले साधक अपने सामने अपने गुरु और लक्ष्मी जी की तस्वीर रखें। उनके सामने लाल रंग का वस्त्र बिछाकर उस पर दक्षिणावर्ती शंख स्थापित करें। इसके बाद, शंख पर केसर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं और कुमकुम से तिलक करें।
मंत्र जाप: अब स्फटिक की माला से निम्न मंत्र की 7 मालाओं का जाप करें
मंत्र: ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृहे स्थिरो ह्रीं ॐ नमः।
यह प्रक्रिया तीन दिनों तक की जा सकती है। मंत्र जाप के पूर्ण होने के बाद शंख को लाल वस्त्र में बांधकर घर में स्थापित कर दें।
शंख का महत्व
मान्यता है कि जब तक यह शंख आपके घर में रहेगा, तब तक घर में निरंतर उन्नति और समृद्धि बनी रहेगी। इस साधना से न केवल धन की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन में स्थायी सुख और शांति भी आती है।
मंत्र का प्रभाव
इस मंत्र का प्रभाव घर में सकारात्मक ऊर्जा और स्थायी धन की प्राप्ति के लिए जाना जाता है। इसलिए, दीपावली के इस पावन अवसर पर इन विधियों को अपनाकर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।