Ratan Tata: भारतीय उद्योग जगत के भीष्म पितामह रतन टाटा का बुधवार को निधन हो गया. उनके निधन से उद्योग जगत के एक युग का अंत हो गया है.उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. कई प्रमुख हस्तियों ने उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा है कि 'श्री रतन टाटा के दुखद निधन से भारत ने एक ऐसे आइकन को खो दिया है, जिन्होंने कॉर्पोरेट विकास को राष्ट्र निर्माण और उत्कृष्टता को नैतिकता के साथ जोड़ा. पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित, उन्होंने टाटा की महान विरासत को आगे बढ़ाया और इसे और अधिक प्रभावशाली वैश्विक उपस्थिति दी. उन्होंने अनुभवी पेशेवरों और युवा छात्रों को समान रूप से प्रेरित किया. परोपकार और दान के लिए उनका योगदान अमूल्य है. मैं उनके परिवार, टाटा समूह की पूरी टीम और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं.'
प्रधानमंत्री मोदी ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है.उन्होंने एक्स पर लिखा, 'श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे. उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व दिया. साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया. उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई.'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें “एक दूरदर्शी व्यक्ति” कहा. उन्होंने कहा कि रतन टाटा ने व्यापार और परोपकार दोनों क्षेत्रों में अमिट छाप छोड़ी है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। सभी ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका जाना भारतीय उद्योग जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने ट्वीट किया, 'भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज और परोपकार के प्रतीक श्री रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुख हुआ. उद्योग और समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान ने हमारे देश और दुनिया पर अमिट छाप छोड़ी है. वह न केवल एक व्यावसायिक आइकन थे, बल्कि विनम्रता, अखंडता और करुणा के प्रतीक थे.