PATNA : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने लोक गायिका शारदा सिन्हा के असामयिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि बिहार की बेटी शारदा बिहार के लोक जीवन की अनुगूंज थीं। उनकी आवाज घर-घर में सुनाई पड़ती है। छठ का प्रसिद्ध गीत ‛उगहूं सुरुज देव अरघ के बेरिया’ की गायिका आज हमारे बीच नहीं रहीं। लेकिन वह अपनी आवाज के साथ हमारे दिलों में हमेशा अमर रहेंगी।
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बताया कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ का शारदा सिन्हा के साथ गहरा और आत्मीय जुड़ाव था। उनके पिता स्व. सुखदेव ठाकुर जी विलियम उच्च विद्यालय, सुपौल के प्रधानाध्यापक थे और बाद में वे बिहार शिक्षा सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हुए।
कहा की स्व. ठाकुर जी सादगी और ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध थे। जब बिहार और उड़ीसा शिक्षक संघ एक था। तब इसकी पहली पत्रिका ‛ईस्टर्न एजुकेसनिस्ट’ के वे संपादक थे। शारदा सिन्हा ऐसे पिता की योग्य और प्रतिभा सम्पन्न बेटी थी।
पूर्व सांसद ने कहा की आज उनके निधन से हमें गहरा आघात पहुँचा है। शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने शारदा सिन्हा के पुत्र एवं परिजनों को अपनी शोक-संवेदना में कहा है कि अपनी भावुकता पर काबू रखें। शारदा देश और दुनिया में अमर हैं। उनके गीत इस दुनिया में हमेशा गाये जायेंगे।