Crows Dying: राजधानी पटना के आसपास के क्षेत्रों में अचानक कौओं की मौतों ने लोगों में चिंता और दहशत पैदा कर दी है। पिछले तीन दिनों में 50 से अधिक कौओं की मौत होने की सूचना मिली है, जिससे ग्रामीणों के बीच अनहोनी की आशंका बढ़ गई है। यह घटना विशेष रूप से रहिमापुर और उसके आस-पास के गांवों में देखी जा रही है।
रहिमापुर और उसके आस-पास के गांवों में पिछले तीन दिनों से 40 से अधिक कौए मृत पाए गए हैं। पटना के पशुपालन अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है। बाढ़ में 25 कौओं की मृत्यु हुई है, जिन्हें सुरक्षित रखा गया है। उनके नमूनों को जांच के लिए भेजा जाएगा, जिससे मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सकेगा।
मौतों का विवरण
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि कौए अचानक जमीन पर गिरकर छटपटाने लगते हैं और कुछ घंटों बाद दम तोड़ देते हैं। पशुपालन अधिकारी डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि मृत कौओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि मौत का सही कारण पता चल सके।
संभावित कारण
कौओं के मौतों का कारण पर्यावरण प्रदूषण, ठंड या कृषि रसायनों का उपयोग हो सकता है। विशेष रूप से, यह बताया गया है कि दियारा क्षेत्र के किसानों ने फसल को बचाने के लिए खेतों में रसायनों का छिड़काव किया था, जिससे संभवतः कौओं की मृत्यु हुई हो सकती है। हालांकि पशुपालन अधिकारी डॉ. अरुण कुमार ने बर्ड फ्लू जैसी किसी भी स्थिति से इनकार किया है और कहा कि जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कोई स्पष्ट निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया
इस मामले पर प्रशासन सक्रियता से काम कर रहा है। वन, पर्यावरण तथा पशुपालन विभाग को सूचित किया गया है और बच्चों को मृत कौओं से दूर रखा जा रहा है ताकि किसी प्रकार का संक्रमण न फैले।
बहरहाल बड़ी तादाद में कौओं की अचानक मौत से लोगों में भय का माहौल है।