Bihar News: सेंट माइकल्स हाई स्कूल में शुक्रवार की शाम विविधता, एकता और सभी को एक वैश्विक परिवार के रूप में बांधने वाली भावना का जश्न मनाया गया। इस वर्ष की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम- एक विश्व, एक परिवार' इस विचार का प्रमाण है कि मानवता सीमाओं और मतभेदों से परे है। समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि सुनील कुमार यादव, आईएएस (श्रम संसाधन विभाग); सम्मानित अतिथि डॉ० मनीष मंडल (डिप्टी डायरेक्टर सह अधीक्षक, आईजीआईएमएस) एवं विशिष्ट अतिथि डॉ० भानु प्रताप (सह संस्थापक एवं निदेशक, मेडीवर्सल हॉस्पिटल, पटना) ने की।
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति, अभिभावक और छात्र उपस्थित थे। अतिथियों को स्कूल बैंड द्वारा भव्य गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद स्वागत गीत और विद्यालय गान प्रस्तुत किया गया। मेहमानों को गुलदस्ते और पौधे की प्रस्तुति उनके स्वागत और सम्मान के संकेत के रूप में चिह्नित की गई थी।कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, रेक्टर, प्राचार्य, उप प्राचार्या, शिक्षण संकाय के एक प्रतिनिधि और एक छात्र प्रतिनिधि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई।
छात्रों ने सभा के लिए एक मधुर स्वागत गीत गाया। इसके बाद प्रार्थना नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्कूल के प्राचार्य ने अपने स्वागत भाषण में 'एक विश्व, एक परिवार' के महत्व और प्रासंगिकता और आधुनिक संदर्भ में करुणा और सहयोग के महत्व पर जोर दिया क्योंकि शिक्षा का उद्देश्य भी शांतिपूर्ण और आनंदमय सह- अस्तित्व को बढ़ाना है। युवा और प्रतिभाशाली दिमागों को प्रशिक्षित करना और उन्हें विविधता में एकता की सराहना करने के लिए प्रेरित करना आवश्यक है।
पुरस्कार वितरण समारोह विभिन्न श्रेणियों में योग्य छात्रों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था। मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने छात्रों को अकादमिक उत्कृष्टता पुरस्कार, सीबीएसई टॉपर्स और विशेष पुरस्कारों से सम्मानित कर गौरवान्वित किया।मुख्य अतिथि सुनील कुमार यादव ने सभी छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में उनकी अद्भुत उपलब्धियों के लिए बधाई दी। उन्होंने प्राचार्य, स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों को स्कूल का गौरव बनाए रखने के लिए तथा उनके अथक प्रयास के लिए उनकी सराहना की। मुख्य अतिथि द्वारा विशेष पुरस्कार भी दिये गये।
दर्शक 'वसुधैव कुटुंबकम' विषय पर आधारित आकर्षक संगीतमय नृत्य नाटिका देखकर मंत्रमुग्ध हो गए, जो बताता है कि कैसे यह प्राचीन दर्शन आधुनिक संदर्भ में वैश्विक एकता और सहयोग को बढ़ावा देता है। छात्रों के शानदार प्रदर्शन का मुख्य फोकस 'एक विश्व, एक परिवार' की अवधारणा को इस नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रदर्शित करना था, जिसमें शरणार्थी शिविर में शरणार्थियों की स्थिति और जीवन को दर्शाया गया था। नाटक ने व्यापक भारतीय दार्शनिक परंपरा पर जोर और इस विश्वास को प्रतिबिंबित किया कि सभी प्राणी आपस में जुड़े हुए हैं। बच्चों ने विभिन्न देशों यथा अफ़गानी, तिब्बती, बांग्लादेशी, स्पेनिश तथा श्रीलंकन नृत्य के माध्यम से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया तथा इस सत्य को प्रमाणित कर दिया कि भारत में सभी देशों की संस्कृति को समान महत्व दिया जाता है। चाहे शरणार्थी तिब्बत से हों, चाहे बांग्लादेश से, चाहे अफ़गानिस्तान से या फिर श्रीलंका से भारत उनके लिए सुरक्षित जगह हो सकती है।
पूरे कार्यक्रम के दौरान दर्शकों ने उनके प्रदर्शन की सराहना की। इस आयोजन को एक बड़ी सफलता के रूप में चिह्नित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सेंट माइकल्स हाई स्कूल की उप प्राचार्या द्वारा किया गया। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग के लिए गणमान्य व्यक्तियों, अभिभावकों, शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्रों और लाइट एंड साउंड फैसिलिटेटर्स को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।