Bihar News : गोपालगंज में ताजिया जुलूस के दौरान दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प, एक दर्जन से अधिक लोग हुए जख्मी

GOPALGANJ : जिले में मोहर्रम पर्व के मौके पर निकाले जा रहे ताजिया जुलूस के दौरान दो गांवों के बीच जमकर हिंसक झड़प हो गई। यह घटना माझा थाना क्षेत्र के छवही तकी गांव और सिकमी गांव के बीच हुई है। घटना की पूरी जानकारी के अनुसार, रविवार को मोहर्रम पर्व के अवसर पर छवही तकी गांव के लोगों द्वारा ताजिया जुलूस निकाला गया, जिसे पास के सिकमी गांव के ताजिया जुलूस के साथ रेलवे ढाला के समीप मिलाया जाना था। लेकिन जुलूस मिलान के दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में तब्दील हो गई।
आरोप है कि सिकमी गांव के लोगों ने छवही तकी गांव के ताजियादारों पर रेलवे ढाला के पास रखे पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज जारी है। अस्पताल में भर्ती घायलों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आया और मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। मामले को लेकर सिधवलिया एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि "मोहर्रम पर्व के जुलूस के दौरान छवही तकी और सिकमी गांव के लोगों के बीच मारपीट हुई है। पुलिस को लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल क्षेत्र की स्थिति सामान्य है और पुलिस निगरानी कर रही है।"
प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि कोई भी व्यक्ति अफवाह पर ध्यान न दे और शांति बनाए रखें। वहीं, पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है ताकि दोबारा किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि पर्व और त्योहारों के नाम पर आपसी सौहार्द क्यों भंग होता है? ज़रूरत है कि समाज आपसी मतभेदों को पीछे छोड़कर एकजुटता और भाईचारे के साथ पर्व मनाए।
गोपालगंज से नमो नारायण की रिपोर्ट