फैटी लिवर बढ़ने पर इन अंगों में होने लगता है तेज दर्द, बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा, जानें कैसे होगा कंट्रोल?

फैटी लिवर की बीमारी से आपका लिवर पूरी तरह से डैमेज हो सकता है। इससे न केवल शरीर में कई तरह की समस्याएं होती हैं, बल्कि हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। समय पर इसके लक्षण पहचानकर और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।

फैटी लिवर के लक्षण

आजकल फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। खराब लाइफस्टाइल, असंतुलित आहार और शारीरिक गतिविधि की कमी इसका मुख्य कारण है। इस स्थिति में लिवर में वसा जमा हो जाती है, जिससे उसका कार्य बाधित हो सकता है। यदि समय रहते इस बीमारी का इलाज न किया जाए, तो यह हार्ट अटैक और लिवर फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।


फैटी लिवर के लक्षण

फैटी लिवर की पहचान इसके शुरुआती लक्षणों से की जा सकती है:


पीलिया: त्वचा और आंखों का पीला हो जाना।

थकान: शरीर में कमजोरी और ऊर्जा की कमी।

खुजली: विशेष रूप से त्वचा पर बार-बार खुजली।

पेट दर्द: पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द।

भूख न लगना: खाने की इच्छा में कमी।

वजन घटना: तेजी से वजन कम होना।


फैटी लिवर का दर्द

फैटी लिवर का दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में पसलियों के नीचे महसूस होता है। यह दर्द तीखा और लगातार हो सकता है। इसके अलावा, लिवर की खराबी के कारण पोषक तत्वों का अवशोषण प्रभावित होता है, जिससे शरीर में अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।


कैसे करें कंट्रोल?

फैटी लिवर को नियंत्रित करने के लिए निम्न उपाय करें:


डाइट में बदलाव: फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, हेल्दी फैट और प्रोटीन का सेवन करें।

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व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें।

शराब से बचाव: अत्यधिक शराब का सेवन बंद करें।

वजन नियंत्रित रखें: मोटापा लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है।

चिकित्सीय जांच: समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श लें।

 

फैटी लिवर एक गंभीर समस्या बन सकती है, लेकिन इसे समय रहते रोका जा सकता है। सही जीवनशैली और खान-पान से न केवल लिवर, बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।