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सोते समय तकिए का सही चुनाव क्यों है जरूरी: जानें तकिए के कारण होने वाली 5 समस्याएं और उनका समाधान

मोटा या दो तकिए लगाकर सोने की आदत आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। सही तकिए का चुनाव और सोने की पोजीशन में सुधार से इन समस्याओं को रोका जा सकता है।

सोते समय तकिए का सही चुनाव क्यों है जरूरी

नींद हमारे शरीर और दिमाग को आराम देने का सबसे अहम जरिया है। लेकिन सोते समय उपयोग किए गए तकिए का आकार और प्रकार हमारी सेहत पर गहरा प्रभाव डालते हैं। मोटा या दो तकिए लगाकर सोने की आदत कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, इससे गर्दन दर्द, रीढ़ की हड्डी की समस्याएं, रक्त संचार में बाधा, और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। 


1. गर्दन में दर्द

मोटा या ऊंचा तकिया लगाने से गर्दन की हड्डियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द की समस्या हो सकती है। बेहतर होगा कि छोटे और सॉफ्ट तकिए का उपयोग करें।


2. रीढ़ की हड्डी की समस्याएं

मोटा तकिया सोते समय रीढ़ की हड्डी के प्राकृतिक संरेखण को बिगाड़ सकता है, जिससे पीठ और कमर दर्द हो सकता है। सपाट तकिए का चयन करें, जो शरीर को सहारा दे।


3. सिर में रक्त संचार में बाधा

ऊंचे तकिए के कारण खोपड़ी तक रक्त संचार बाधित हो सकता है, जिससे बाल झड़ने और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। यह समस्या सही तकिए और सोने की स्थिति से दूर की जा सकती है।


4. कंधे और हाथों में दर्द

गलत पोजीशन में सोने से कंधे और हाथ में दर्द हो सकता है। सुबह उठने के बाद भी यह दर्द पूरे दिन रह सकता है।


5. मानसिक स्वास्थ्य पर असर

बड़ा तकिया लगाने से रात में बार-बार करवटें लेनी पड़ सकती हैं, जिससे नींद की गुणवत्ता खराब होती है। इससे मानसिक तनाव और दिन में थकावट हो सकती है।


सही तकिए का चयन और सोने की आदतों में बदलाव से आप इन समस्याओं से बच सकते हैं। अपनी नींद की गुणवत्ता सुधारें और एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।


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