सर्दियों का मौसम आते ही कई लोगों को पुराने दर्द और जोड़ों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। गठिया, रुमेटीइड गठिया, फाइब्रोमायल्जिया जैसी बीमारियों से ग्रसित लोग इस दौरान अधिक तकलीफ महसूस करते हैं। ठंड में दर्द बढ़ने का मुख्य कारण तापमान में गिरावट है, जिससे मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं और जोड़ों की गतिशीलता कम हो जाती है।
ठंड में दर्द क्यों बढ़ता है?
ठंड के कारण मांसपेशियों और जोड़ों के आसपास के ऊतक सख्त हो जाते हैं। इसके अलावा, बैरोमेट्रिक दबाव में बदलाव से भी जोड़ों के दर्द में इजाफा हो सकता है। धूप कम मिलने से शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है, जो हड्डियों और जोड़ों की ताकत के लिए आवश्यक है।
दर्द से बचने के उपाय
तापमान को नियंत्रित रखें: ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें। थर्मल अंडरवियर और इंसुलेटेड दस्ताने आपके जोड़ों को सुरक्षित रख सकते हैं।
गर्माहट बनाए रखें: घर में हीटिंग डिवाइस, इलेक्ट्रिक कंबल, या गर्म पानी से नहाना मांसपेशियों को आराम देगा।
सूर्य की रोशनी लें: हर दिन कम से कम 10-15 मिनट धूप में बैठें।
संतुलित आहार: विटामिन डी और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मशरूम, दूध, और हरी सब्जियां शामिल करें।
नियमित व्यायाम: योग, तैराकी, या हल्के स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज मांसपेशियों की ताकत और लचीलापन बढ़ाते हैं।
निष्कर्ष
सर्दियों में दर्द से बचने के लिए नियमित देखभाल और सही जीवनशैली जरूरी है। इन उपायों को अपनाकर आप सर्दियों को आरामदायक बना सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।