सर्दियों में ठंड के कारण प्यास कम लगती है, और लोग गर्म पेय जैसे चाय या कॉफी पर ज्यादा निर्भर हो जाते हैं। हालांकि, यह मानना गलत है कि ठंड में शरीर को कम पानी की जरूरत होती है। शरीर का 60% हिस्सा पानी से बना होता है, और इसकी कमी से कई समस्याएं हो सकती हैं।
कम पानी पीने के 5 प्रमुख लक्षण:
सिर दर्द और भारीपन:
पानी की कमी से दिमाग की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे सिर दर्द हो सकता है। इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, यह सोचने-समझने की क्षमता को भी प्रभावित करता है।
स्किन ड्राईनेस:
सर्दियों में त्वचा का रूखापन बढ़ना आम है, लेकिन अगर यह ज्यादा हो रहा है और त्वचा पर पपड़ी जम रही है, तो यह डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है।
पेशाब का गहरा रंग:
शरीर में पानी की कमी से पेशाब गहरे पीले रंग का हो सकता है। पेशाब कम आना या जलन होना भी इसके संकेत हैं।
मुंह और गले का सूखना:
बार-बार होंठ फटना और गला सूखना यह बताता है कि शरीर में पर्याप्त पानी नहीं है।
दिल में भारीपन:
पानी की कमी से खून की मात्रा कम हो सकती है, जिससे दिल पर ज्यादा जोर पड़ता है और भारीपन महसूस होता है।
क्या करें?
सर्दियों में नियमित रूप से पानी पिएं, चाहे प्यास लगे या न लगे। दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें। यह न केवल डिहाइड्रेशन से बचाएगा बल्कि आपकी त्वचा और स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा।